सेवादार रसोई की शुरुआत ,₹5 में मिलेगा गरीबों को भरपेट भोजन

सोनभद्र। जिले में अब गरीबो को भूखे पेट नही रहना पड़ेगा क्योंकि उन्हें आज से पांच रुपये मिलने वाला है भरपेट भोजन। इसके लिए आगे आये है नगर के तीन युवा समाजसेवी पुनीत जैन , जसकिरत सिंह और बलकार सिंह उर्फ सन्नी। इन युवा सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बताया कि सोनभद्र नगर के रामलीला मैदान में स्थित बांकेबिहारी मन्दिर परिसर में किसी भी जाति धर्म के गरीब तबके को अब भर पेट भोजन मिलेगा।

यहां किसी भी जाति – धर्म से मतलब नही है यहां मतलब है तो सिर्फ भूखे पेट रहने वाले गरीब से , जिसे भर पेट भोजन देना हमारा कर्तव्य है। इस पांच रुपये के शुल्क को साफ – सफाई और अन्य व्यवस्था पर खर्च किया जाएगा। इसकी शुरुआत आज बांके बिहारी मन्दिर में शुरू हो गया। इन युवा समाजसेवियों ने देश मे भूख से होने वाली मौतों को देख यह बीड़ा उठाया है की कोई भी गरीब व्यक्ति की मौत भूख से न हो। समाज मे कई ऐसे गरीब परिवार के लोग है जिन्हें भरपेट भोजन करने के लिए उतना पैसे नही है कि भरपेट भोजन कर सके।

कोई गरीब भूखे पेट न सोए इसलिए पांच रुपये में उन्हें भोजन उपलब्ध कराया कराने के लिए ऐसी रसोई का शुभारम्भ किया गया। इस सेवादार रसोई में आई महिला ने कहा कि ईश्वर एक है सभी उसकी सन्तान है तो एक ही शहर में कुछ लोग भर पेट भोजन करके चैन की नींद सोते है तो कुछ भूखे पेट सो रहे है। समाज मे कोई भूखे पेट न सोए इसलिए सेवादार रसोई की शुरुआत किया गया है जिसमे हम सभी महिलाएं खुद रसोई बनाकर लोगो को खाना खिला रहे है। इसमें कोई कुक नही लगाया गया है। सेवादार पुनीत जैन ने कहा कि कोई भूखे पेट न सोए इसके लिए महीने में चार दिन रविवार को पांच रुपये में भरपेट भोजन दिया जा रहा है जिसे आगे चलकर प्रतिदिन कर दिया जायेगा।यहाँ जिन गरीबो के पास पैसा नही है उन्हें भी मुफ्त में भोजन कराया जा रहा है।

सोनभद्र जिले में अब गरीबो को भूखे पेट नही रहना पड़ेगा क्योंकि उन्हें आज से पांच रुपये मिलने वाला है भरपेट भोजन। इसके लिए आगे आये है नगर के तीन युवा समाजसेवी पुनीत जैन , जसकिरत सिंह और बलकार सिंह उर्फ सन्नी। इन युवा सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बताया कि सोनभद्र नगर के रामलीला मैदान में स्थित बांकेबिहारी मन्दिर परिसर में किसी भी जाति धर्म के गरीब तबके को अब भर पेट भोजन मिलेगा। यहां किसी भी जाति – धर्म से मतलब नही है यहां मतलब है तो सिर्फ भूखे पेट रहने वाले गरीब से , जिसे भर पेट भोजन देना हमारा कर्तव्य है। इस पांच रुपये के शुल्क को साफ – सफाई और अन्य व्यवस्था पर खर्च किया जाएगा। इसकी शुरुआत आज बांके बिहारी मन्दिर में दोपहर 12 बजे होगा। इन युवा समाजसेवियों ने देश मे भूख से होने वाली मौतों को देख यह बीड़ा उठाया है की कोई भी गरीब व्यक्ति की मौत भूख से न हो। समाज मे कई ऐसे गरीब परिवार के लोग है जिन्हें भरपेट भोजन करने के लिए उत्तन पैसे नही है कि भरपेट भोजन कर सके। कोई गरीब भूखे पेट न सोए इसलिए पांच रुपये में उन्हें भोजन उपलब्ध कराया कराने के लिए ऐसी रसोई का शुभारम्भ किया जा रहा है। यहां ध्यान देने की बात यह है कि अभी यह रसोई प्रत्येक रविवार को संचालित होगी , इस दिन किसी भी जाति – धर्म का व्यक्ति पांच रुपये देकर भर पेट भोजन कर सकता है।
इस सेवादार रसोई में आई प्रणीत कौर ने कहा कि ईश्वर एक है सभी उसकी सन्तान है तो एक ही शहर में कुछ लोग भर पेट भोजन करके चैन की नींद सोते है तो कुछ भूखे पेट सो रहे है। समाज मे कोई भूखे पेट न सोए इसलिए सेवादार रसोई की शुरुआत किया गया है जिसमे हम सभी महिलाएं खुद रसोई बनाकर लोगो को खाना खिला रहे है। इसमें कोई कुक नही लगाया गया है।


सेवादार पुनीत जैन ने कहा कि कोई भूखे पेट न सोए इसके लिए महीने में चार दिन रविवार को पांच रुपये में भरपेट भोजन दिया जा रहा है जिसे आगे चलकर प्रतिदिन कर दिया जायेगा।यहाँ जिन गरीबो के पास पैसा नही है उन्हें भी मुफ्त में भोजन कराया जा रहा है।

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