अब डैगलाइन, शॉवेल एवं डोजर ऑपरेटरों को भी मिलेगा आभासी प्रशिक्षण
सीएमडी पी.के. सिन्हा एवं निदेशक मंडल ने किया निरीक्षण, स्वयं चलाकर समझीं सिम्युलेटर कार्य संचालन की बारीकियां
सिगरौली।भारतीय कोयला उद्योग में नई तकनीकों को अपनाकर लगातार नए मानक स्थापित कर रही नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) बुधवार को उस वक्त एक बार फिर एक इतिहास का गवाह बनी, जब कंपनी मुख्यालय सिंगरौली स्थित केंद्रीय उत्खनन प्रशिक्षण संस्थान (सीईटीआई) में ‘यूनिवर्सल इक्विपमेंट सिम्युलेटर’ स्थापित किया गया। कोल इंडिया की किसी भी अनुषंगी कंपनी में पहली बार स्थापित यूनिवर्सल सिम्युलेटर के जरिये डैगलाइन, शॉवेल एवं डोजर पर कार्य करने का आभासी प्रशिक्षण (virtual training) ऑपरेटरों को दिया जाएगा।
इस सिम्युलेटर को चलाते हुए ऑपरेटर ऐसा अनुभव करेंगे, मानो वास्तव में किसी कोयला खदान में डैगलाइन, शॉवेल या डोजर चला रहे हों। उन्हें अचानक बम्प, जर्क, फिसलन, कभी धूल का गुबार तो कभी बारिश में मशीन चलाने की अनुभूति सहित हर वह अनुभूति होगी, जो वास्तव में मशीन चलाते वक्त होती है। सिम्युलेटर के जरिये प्रशिक्षण का मकसद होता है ऑपरेटरों को यह बताना कि खदान में भारी मशीन (एचईएमएम) चलाते वक्त किस तरह की चुनौतियां सामने आती हैं और सुरक्षित रहने के लिए उनसे कैसे निपटा जाए।
यूनिवर्सल इक्विपमेंट सिम्युलेटर के स्थापन (Installation) का जायजा लेने कंपनी के सीएमडी श्री पी.के. सिन्हा, निदेशक (तकनीकी/संचालन) श्री गुणाधर पांडेय एवं निदेशक (वित्त) श्री एन.एन. ठाकुर सीईटीआई पहुंचे। उन्होंने न सिर्फ सिम्युलेटर मशीन की कार्यप्रणाली समझी, बल्कि सिम्युलेटर में बैठकर स्वयं इसके संचालन की बारीकियां समझीं और कहा कि कंपनी के भारी मशीनों के ऑपरेटरों की संरक्षा (सेफ्टी) और बेशकीमती भारी मशीनों के बेहतर संचालन की दिशा में युनिवर्सल सिम्युलेटर प्रशिक्षण मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि कोल इंडिया में अपनी तरह की इस पहली मशीन का लाभ अन्य अनुषंगी कंपनियों के ऑपरेटरों को भी दिया जाएगा।
गौरतलब है कि इससे पहले एनसीएल ने 7 साल पहले वर्ष 2012 में ‘डंपर सिम्युलेटर’ का इस्तेमाल शुरू किया था। अब ‘यूनिवर्सल इक्विपमेंट सिम्युलेटर’ के स्थापित होने के साथ ही डैगलाइन, शॉवेल एवं डोजर ऑपरेटर भी भारी मशीन संचालन का आभासी प्रशिक्षण ले पाएंगे। यानी एनसीएल के पास अब ड्रैगलाइन, शॉवेल, डंपर एवं डोजर इन चारों भारी मशीनों के आपरेटरों के लिए आभासी प्रशिक्षण की व्यवस्था उपलब्ध होगी।
एनसीएल में पहले से स्थापित डम्पर सिम्युलेटर के जरिये एनसीएल के डम्पर ऑपरेटरों सहित कोल इंडिया की बाकी अनुषंगी कंपनियों के कुल 3000 से अधिक ऑपरेटर कोयला खदानों में सुरक्षित एवं बेहतर डंपर ड्राइविंग का आभासी प्रशिक्षण ले चुके हैं।