सोनभद्र। उत्तर प्रदेशीय मिनिस्ट्रियल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ ने केन्द्रीय नेतृत्व के आवाहन पर कलेक्ट्र्रेट के कर्मचारियों ने एक दिवसीय धरना कलेक्ट्र्रेट परिसर में दिया। धरनारत कर्मचारियों का कहना था कि 24 सूत्रीय मांगो को लेकर यह एक दिवसीय धरना दिया जा रहा है। हमारी प्रमुख मांगो में जिलाधिकारी कार्यालय का नाम बदल कर जनपद सचिवालय किया जाय , कलेक्ट्रेट लिपिक संवर्ग के कर्मचारियों को नायब तहसीलदार के दस प्रतिशत पदों पर प्रोन्नति दिया जाय। नवीन पेंशन योजना को समाप्त करके पुरानी पेंशन योजना बहाल किया जाय। सरकार हमारी मांगो को नही मानती है तो केंद्रीय नेतृत्व के दिशा निर्देश पर आंदोलन को तेज किया जायेगा। इस धरने से कलेक्ट्रेट कार्यालय का कार्य पूरी तरह से प्रभावित है , किसी कार्यालय में कोई कार्य नही किया जा रहा है। हमारी मांगे पूरी नही हुई तो प्रांतीय नेतृत्व के आवाहन पर पुनः हड़ताल व आन्दोल की कार्रवाई की जाएगी।जिलाधिकारी कार्यालय के सभी कर्मचारियों ने आज उत्तर प्रदेशीय मिनिस्ट्रीयल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के बैनर तले एक दिवसीय धरना दिया गया। कलेक्ट्र्रेट कर्मचारियों के एक दिवसीय धरना से कलेक्ट्र्रेट का कार्य पूरी तरह से ठप्प रहा। जिलाध्यक्ष रामलाल यादव ने कहा कि शासन उनके ग्रेड पे 2800 रुपये , वरिष्ठ सहायक ग्रेड पे 4200 रुपये ,प्रधान सहायक ग्रेड पे 4600 रुपये और प्रशासनिक अधिकारी ग्रेड पे 4800 रुपये व मुख्य प्रशासनिक अधिकारी ग्रेड पे 6600 रुपये करने का आदेश निर्गत करे। कलेक्ट्रेट का नाम बदल का जनपद सचिवालय किया जाय, लेखा का कार्य सम्पादित करने वाले पटल सहायक को लेखा संवर्ग का वेतनमान दिया जाय। नवसृजित जनपदों व तहसीलों में अस्थायी पदों को स्थायी किया जाय।भूलेख लिपिक को पूर्व की तरह कलेक्ट्रेट अधिष्ठान में वापस किया जाय। इसके साथ ही समान कार्य के लिये समान वेतन के सिद्धांत के आधार पर कलेक्ट्र्रेट कर्मीयो को भी सचिवालय के बराबर वेतन भत्ते दिए जाय। नवीन सीजनल सहायक वासिल वाकी नवीस की तैनाती पर लगे प्रतिबंध को तत्काल हटाया जाए। शासन हमारी मांगो को नही मानता है तो प्रंतीय नेतृत्व के निर्देश पर हड़ताल और आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर धरना में मंत्री प्रकाश चन्द्र गिरी , वरिष्ठ उपाध्यक्ष भगवान सिंह , उपाध्यक्ष अमरनाथ यादव , संयुक्त मंत्री महीस कुमार श्रीवास्तव , संगठन मंत्री सत्य प्रकाश सिंह , कोषाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह , संप्रेक्षक राजीव कुमार शुक्ला , सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा मंत्री संतराम, कन्हैया लाल सिंह , वेद प्रकाश पाण्डेय , शेषमणि शुक्ला , राम गिरी व नारन्तक देव शामिल रहे।