सोनभद्र। जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने तहसील राबर्ट्सगंज का निरीक्षण किया। इस मौके पर परिसर की साफ-सफाई बेहतर बनाये रखने के निर्देष मौके पर मौजूद तहसीलदार को दिये। जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी न्यायालय, तहसीलदार न्यायालय, तहसीलदार न्यायिक न्यायालय के लम्बित मुकदमों के निस्तारण में तेजी जाने के निर्देश दियें।
उन्होंने कहाकि तहसील भवन की रंगाई-पोताई के साथ ही मरम्मत सम्बन्धी स्टीमेट बनवाकर जिले स्तर पर प्रस्तुत किया जाय। उन्होंने कहा कि लेखपालों के कार्यां की कटेगरी भी तय की जाय। उन्होंने वसूली की रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए कम वसूली करने वाले अमीन-गंगा प्रसाद, विनय गुप्ता व उमेष पाठक की जिम्मेदारी तय करने के निर्देष दियें। उन्होंने तहसील कार्मिंकों की सेवा पुस्तिका, जीपीएफ पासबुक को जॉच के दौरान अधूरी पाये जाने पर सम्बन्धित कर्मचारी को फटकार लगाते हुए एक सप्ताह के अन्दर कर्मचारियों के अधूरे अभिलेख को पूरा करते हुए अभिलेखों को पूरा किये जाने सम्बन्धी प्रमाण-पत्र उप जिलाधिकारी के माध्यम से तलब किया। उन्होंने कहा कि कार्मिकों की सभी देनदारियां समय से भुगतान की जाय और जन समस्याओं के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण पर ध्यान दिया जाय। उन्होंने कहा कि पूराने लम्बित मुकदमों के निस्तारण में तेजी लायी, रिकार्ड रूम के अभिलेखों का बअेहतर तरीके से रख-रखाव किया जाय। अमीनों की वसूली पर ध्यान दिया जाय। तहसील में भूमि विवाद रजिस्टर रखा जाय। एण्टी भू-माफिया की कार्यवाही भी की जायेगी। उन्होंने तहसील भवन के मरम्मत व रंगाई-पोताई पर जोर देते हुए कहा कि तहसील परिसर के रास्तों की भी इण्टरलाकिंग की भी व्यवस्था करायी जाय। जिलाधिकारी राजलिंगम ने तहसील निरीक्षण के दौरान पाया कि भवन की रंगाई-पोताई के साथ ही भवन की स्थिति जगह-जगह संतोषजनक नहीं है और परिसर में थोड़ा भी बारिष होने पर जल जमाव की स्थिति होती है, लिहाजा पानी के निकास के साथ ही रास्तों को इण्टरलाकिंगयुक्त करने के लिए आगणन रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देष दियें। उन्होंने कहा कि जमीन सम्बन्धी मुकदमों के निस्तारण के सम्बन्ध मेंं तेजी लायी जाय और मामलों को जल्द से जल्द निस्तारित किया जाय। तहसील सदर के निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी सदर यमुनाधर चौहान, तहसीलदार विकास पाण्डेय सहित अन्य सम्बन्धितगण मौजूद रहें।