–
– विद्युत कर्मियों ने किया सभी परियोजनाओं पर विरोध प्रदर्शन
-दण्डात्मक कार्यवाई तत्काल निरस्त करने की उठी मांग
ओबरा(सोनभद्र): ओबरा तापीय परियोजना में गत 14 अक्टूबर को ब ताप विद्युत गृह की केबल गैलरी में आग लगने की घटना तथा अनपरा द तापीय परियोजना की सातवीं इकाई के ट्रिप होने तथा पुनः लाईट-अप होने के दौरान सीआरएच लाईन में हैमेरिंग होने की घटना के मामले में बीएचईएल के खिलाफ कार्यवाई न करके उत्पादन निगम मुख्यालय द्वारा ओबरा,अनपरा के दर्जनों अधिकारीयों व कर्मचारियों पर किये गए कार्यवाही के विरोध में अभियंताओं व कर्मचारियों ने इस दण्डात्मक कार्यवाई के विरोध में सोमवार को भी ओबरा में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले बांह में काली पट्टी बांधकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया एवं प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अभियंताओं व कर्मचारियों पर हुयी मनमाने ढंग से कार्यवाही तत्काल वापस लिए जाने की मांग की।
विरोध सभा को संबोधित करते हुए अभियन्ता संघ
ओबरा-पिपरी क्षेत्र के क्षेत्रीय सचिव इं अदालत वर्मा ,अधिकारी असोसिएशन के क्षेत्रीय सचिव मनीष मिश्र,जेई संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष आरजी सिंह,बिजली कर्मचारी संघ के प्रांतीय नेता अजय सिंह ,विद्युत मजदूर संघ के शशिकांत श्रीवास्तव, विद्युत मजदूर संगठन के बीडी तिवारी,प्राविधिक कर्मचारी संघ के दिनेश यादव ,कार्यालय कार्मिक संघ(मु0अभि0सं0) के शाहिद अख्तर ने इस कार्यवाही की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि जांच समिति प्रबंधन के दबाव में गलत रिपोर्ट प्रस्तुत की है।जाँच समिति को अवगत कराने के बावजूद प्रबन्धन दोषपूर्ण तरीके से अभियंताओं को दण्डित किया है।उन्होंने कहा कि परियोजना की स्थापना से लेकर अभी तक परियोजना में फायर सेफ्टी डिवाइस नहीं लगाये गए हैं। 9वीं ,10वीं व 11वीं इकाई बिना सेफ्टी डिवाइस लगाये ही पुनः चला दी गयी है।वक्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि प्रबंधन जल्द से जल्द अपने फैसले पर पुनर्विचार कर कार्यवाही वापस ले अन्यथा आगे व्यापक आन्दोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रबन्धन एवं प्रदेश सरकार की होगी।सभा की अध्यक्षता बीएन सिंह तथा संचालन सत्य प्रकाश ने किया।
इस दौरान इं राजकुमार गुप्ता,इं समीर भटनागर,इं दूधनाथ यादव,इं सुरेश,इं मनोज सक्सेना,इं अंकित प्रकाश,इं उत्पल शंकर,ओपी पाल,बीडी विश्वकर्मा, दिनेश सिंह,सुरेन्द्र जालाप, अम्बुज सिंह,मृणाल पाल ,दीपू गोपीनाथन,योगेंद्र प्रसाद, राम किशुन ,राजाराम,पशुपतिनाथ विश्वकर्मा, विजय सिंह योगेन्द्र कुमार ,दीपक सिंह,सतीश कुमार सहित सैकड़ों की संख्या में अभियन्ता तथा कर्मचारी मौजूद रहे ।