फलदार पौधे से करेंगे  स्वरोजगार और पर्यावरण संरक्षण

खेत मे पेड़ से रोकेंगे आदिवासी युवको का पलायन

म्योरपुर ब्लॉक के अवरहवाँ में रोपे गए 17 सौ फलदार पौधे

म्योरपुर सोनभद्र (विकास अग्रहरी

म्योरपुर ब्लॉक के अवरहवाँ गांव में वाणी विकास परियोजना के तहद शुक्रवार को नाबार्ड के ड़ी ड़ी एम के नेतृत्व में आदिवासी किसानों के खेत मे यूसुफ मेहरा अली सेंटर के तत्वावधान में 17 सौ आम्रपाली,नीलम,इलाहाबादी अमरूद,कागदी नींबू के पौधे रोपे गए ।ड़ी ड़ी एम पंकज कुमार ने इस दौरान कहा कि गाँव परिवार को आर्थिक मजबूती के साथ पर्यावरण संरक्षण के साथ युवाओ के पलायन रोकने में यह परियोजना महत्वपूर्ण साबित होगी।कहा कि ठीक से पौधों की देख रेख और सिंचाई करेंगे तो 5 से सात साल में ये पौधे फल देने लगते है।बाजार में आम अमरूद नींबू की मांग भी बहुत है।ऐसे में युवको को चहिए की वे मजदूरी के लिए बाहर पलायन करने के बजाय गांव में ही रोजगार के साधन बनाये और शान की जिंदगी जीये।शुभोजीत भट्टाचार्य ने बताया कि पौध रोपण का कार्य 25 एकड़ में किया गया है ।आने वाले समय मे अन्य किसानों की मांग पर उन्हें भी फलदार पौध रोपण के लिए प्रेरित किया जायेगा।कहा कि आज शहरों के जो हालात है उसने गांव की शुद्ध हवा पानी मे जीना बेहतर है और इसके लिए उत्तम खेती पशु पालन के साथ फ्लोउत्पादन बेहतर तरीका हो सकता है।बताया कि लीलासी के आस आप इस योजना से लोग लाभान्वित भी होने लगे है। मौके पर स्वीकार तिवारी,राम प्यारे साधना समेत दर्जनों किसान उपस्थित रहे ।

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