चंद मिनटों में दिमाग से छू मंतर हो गए चमत्कारों के चोचले
बनवासी सेवा आश्रम में चमत्कारों की वैज्ञानिक ब्यख्यान कार्यशाल
म्योरपुर सोनभद्र(विकास अग्रहरी)
अंध विश्वास में लोग धन समय और जीवन भी बर्बाद कर देते है सोनभद्र प्रदेश के 8 अति पिछड़े जिलों में एक है।यहां खास कर आदिवासी बाहुल्य गांवों में झाड़ फूक ,जादू टोना ,भूत प्रेत जैसे अंध विश्वास की जड़े गहरी पैठ बना ली है।उक्त बातें म्योरपुर ब्लॉक के सहायक विकास अधिकारी शैलेन्द्र सिंह ने बनवासी सेवा आश्रम में विकास संस्था प्रयागराज द्वारा आयोजित चमत्कारों की वैज्ञानिक व्याख्यान कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही।कहा कि अंध विश्वास को खत्म करने के लिए वे आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओ के बीच भी जागरूकता लाएंगे।कहा कि यह कार्यशाला इस क्षेत्र के लिए अति महत्वपूर्ण है।
कार्यशाला के दूसरे दिन संदर्भ व्यक्तियों में प्रमोद कुमार मिश्रा ने अपने व्याख्यान में बताया कि मिड ब्रेन एक्टिवेशन करने वाले सदा कहते हैं कि इसको करने पर बच्चों की मानसिक शक्ति बढ़ जाती है जिससे वह किसी तरह की सफलता प्राप्त कर सकते हैं यहां तक कि मिड ब्रेन एक्टिवेशन करने के बाद बच्चे आंख पर पट्टी बांधकर कोई पुस्तक पढ़ सकते हैं ड्राइंग बना सकते हैं तथा कलर आदि कर सकते हैं कार्यशाला में आंख पर पट्टी बांधकर पढ़ने का प्रदर्शन किया गया तथा बताया गया कि पट्टी बांध ने के बाद नाक के बगल में अत्यंत पतला सुराख बन जाता है जिससे नीचे स्पष्ट दिखाई पड़ता है और पढ़ा व देखा जा सकता है संबंधित फिल्में भी दिखाई गई तथा खौलते हुए तेल में पूड़िया बनाई गई जिससे संदर्भ व्यक्तियों सहित प्रतिभागियो को ख़ली लोटे से पानी निकलना ,पीठ पर ब्रश और हाथ चलाकर पहचान कराने, खाली डिब्बे से मोबाइल निकलना जैसे वैज्ञानिक तर्कों के जरिये जानकारी और अभ्यास कराया गया। संस्था प्रमुख डॉ सत्येन्द्र कुमार सिंह ने कहा हमें खुशी होगी यदि सोनभद्र जिले के सभी प्रतिभागी अपने क्षेत्रों में अंधविश्वास मुक्त बनाने का प्रयास कर सकेंगे तथा इसे मनोरंजन का साधन न बना करके विज्ञान संचारक के रूप में गंभीरता से किसी भी अंधविश्वास के खिलाफ वैज्ञानिक पहलुओं को उजागर कर बच्चों तथा अन्य समुदाय में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने का प्रयास करेंगे। कहा कि आपको जादूगर नहीं बनना है बल्कि अंधविश्वास को गंभीर विषय मानकर गंभीरता से इसके निवारण में अपनी भूमिका अदा करने की जरुरत है ऐसा कि बच्चों के बीच आप एक आदर्श नागरिक और शिक्षक के रुप में जाने जाएं और आपका सम्मान स्वयं ही बढ़ सकेगा।सभी प्रतिभागियों ने समाज से अंध विश्वास खत्म करने का संकल्प लिया। मौके पर विकास संस्था सचिव नीलम सिंह प्रदीप सिंह , शिव नारायण रमेश उमेश चौबे , नीरा,सुरभि सिंह, सोमेश मिश्रा, मान मति,शांति, रमेश,रोहतास रघुवंशी आदि रहे।