स्थायी गोवंश आश्रम की ग्रामीणों ने की माग ।
गुरमा सोनभद्र। सदर विकास खण्ड सलखन न्याय पंचायत क्षेत्र के अन्तर्गत स्थायी गोवंश आश्रम न होने के कारण लावारिश छूट्टा पशुओ से जहा आम जन मानस परेशान के साथ किसान अत्यधिक परेशान थे।जिससे क्षेत्र के किसानों ने शासन प्रशासन से स्थायी गोवंश आश्रम की माग करते चले आ रहे थे।ग्रामीणों के पहल पर जिलास्तर से ११ जून से अस्थायी गोवंश आश्रम की स्वीकृती सलखन भटवां में कर दी गयी जिसका निर्माण कार्य भी जोरों से चल रहा है।जिसमें दो कर्मचारी समेत एक प्रबन्धक की नियुक्ति हो गयी है।११जून से अब तक ३१लावारिश पशु भी शरण ले चुके है।जिसके खाने पीने के साथ पशुओ के इलाज हेतू प्रति दिन पशु डाक्टर भी देख भाल कर रहे है।
इस सम्बन्ध ग्रामीणों
ने बताया कि सलखन न्यायपचायत क्षेत्रफल में काफी बङा होने के साथ १५ग्राम सभा भी है जिससे आस पास के इलाकों समेत राष्ट्रीय राज मार्गो पर सैकङो आवारा लावारिश पशु घूमते रहते हैंऔर किसानों की फसल नुकसान के साथ सङक दुर्घटना की शिकार भी होते रहते है।अस्थायी गोवंश आश्रम तो खुल गया है लेकिन इसमें पशुओ की छमता रखने की बहुत कम है।इस लिए प्रबुध्द लोगों ने बृहद स्थायी गोवंश आश्रम खोलने की माग की है।
उक्त सम्बन्ध में अफसार अहमद अस्थायी गोवंश आश्रम के प्रबन्धक और मजनू शाह प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि अस्थायी गोवंश आश्रम ७६मीटर लम्बा और २२मीटर चौङा क्षेत्रफल के साथ बाउण्ड्री कराया जा रहा जिसकी लागत साढे चार लाख है और पशुओ की रखने की छमता ३६ है।एक पशु पर खर्च ३० रुपया आता है।