खेल डेस्क। बीसीसीआई ने कपिल देव के नेतृत्व वाले पैनल को भारतीय क्रिकेट टीम के नए कोच को चुनने का जिम्मा सौंपा गया है। टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली इसमें कोई दखल अंदाजी नहीं देंगे। कोच पद के लिए बीसीसीआई ने आवेदन भेजने के लिए अंतिम तारीख 30 जुलाई रखी है। कोच पर अंतिम फैसला सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रशासकों की समिति (सीओए), स्टीयरिंग कमेटी और कपिलदेव की कमेटी लेगी। रवि शास्त्री को 2017 में टीम इंडिया का कोच बनाया गया था।
कोहली ने कुंबले के साथ अपनी परेशानी का जिक्र किया था : बीसीसीआई के पदाधिकारी
कोहली ने पिछली बार शास्त्री को कोच बनाने में कथित रूप से अपना दखल दिया था। तत्कालीन कोच अनिल कुंबले से विवाद के बाद उन्होंने ही कोच बदलने की मांग की थी। इसके बाद कुंबले ने खुद ही इस्तीफा दे दिया था। तब कोहली के कहने पर ही सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण वाली क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी ने शास्त्री को कोच नियुक्त किया था।इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए बीसीसीआई के एक पदाधिकारी ने कहा, ‘पिछली बार कप्तान कोहली ने कुंबले के साथ अपनी और टीम की परेशानी का जिक्र किया था। वे इस बार नए कोच को लेकर कुछ नहीं कर पाएंगे। आखिरी फैसला कपिल देव वाली कमेटी को करना है, जो विराट की एक नहीं सुनेगी।’कोच की नियुक्ति पर कपिल देव की तीन सदस्यीय कमेटी का फैसला सर्वमान्य होगा। इस फैसले को सिर्फ विराट के साथ टीम के हर सदस्य को माननापड़ेगा। हालांकि, कोच के नाम पर मुहर सीओए ही लगाएगी। शास्त्री की कोचिंग में भारतीय टीम वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में हार गई थी।बीसीसीआई ने मुख्य कोच के साथ-साथ बल्लेबाजी कोच, गेंदबाजी कोच, फील्डिंग कोच, फीजियो, स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच और एडमिनिस्ट्रेटिव मैनेजर के पद के लिए आवेदन मांगे हैं। नए कोचिंग दल का कार्यकाल 5 सितंबर 2019 से 24 नवंबर 2021 तक होगा। एडमिनिस्ट्रेटिव मैनेजर को एक साल के लिए नियुक्त किया जाएगा।