हिमांशु और आदित्य ने शूटिंग रेंज उत्तर प्रदेश के लिए क्वालीफाई कर रिहंद का नाम रोशन किया

रामजियावन गुप्ता

बीजपुर (सोनभद्र)उत्तर प्रदेश स्टेट राइफल एसोसिएशन द्वारा गत 12 से 15 जुलाई के मध्य शामली मुज्जफरनगर में आयोजित 11वीं प्री स्टेट शूटिंग कॉम्पटीशन में रिहंदनगर के आदित्य सिंह12वर्ष व हिमांशु शर्मा11वर्ष ने क्वालीफाई कर लिया है। रिहन्द के अब इन दोनों लाल को राज्य स्तरीय प्रतिस्पर्धा में खेलने के लिए मौका मिलेगा।

गौरतलब हो कि सोनभद्र जिले में निशानेबाज़ी के खेल के लिये इस क्षेत्र में सरकार से मुफीद कोई सुविधा या सेंटर उपलब्ध नही है यह इस जिले का दुर्भाग्य है की इस जिले में तमाम होनहार आज भी सुविधा के अभाव में अपनी प्रतिभा को सामने नही ला पा रहे हैं ।एनटीपीसी जैसी महारत्न कंपनीके होते हुए भी इस खेल के लिए कोई प्रोत्साहन भी उपलब्ध नही कराया जाता है । बताते हैं कि जब इनके अभिभावकों ने एनटीपीसी मैनेजमेंट से शूटिंग रेंज बनाने के लिए काफी कोशिशें भी की थी लेकिन कानूनी अड़चन का हवाला देकर प्रबन्धन ने भी पल्ला झाड़ लिया था तब दोनों होनहार बच्चों के पिता ने स्वयम शूटिंग रेंज का स्थायी जुगाड़ किया और बच्चों के हौसले को बढ़ाते रहे। खबर के अनुसार आदित्य के पिता एनटीपीसी रिहंद में उप महाप्रबंधक हैं जबकि हिमांशु के पिता यूपीएल रिहन्द में एक कर्मचारी हैं । दोनों बच्चे रिहन्द के आवासीय परिसर स्थित केंद्रीय विद्यालय में कक्षा 07 के छात्र बताए जाते है। दोनों पढ़ने में अच्छे है स्कूल से आने के बाद बच्चों के जेहन में बस एक ही शुरुर होता था वह था निशाने बाजी । कहावत है मुकाम हासिल करने वालो के सामने से मुश्किलें भी रास्ता छोड़ कर हट जाती हैं और सफलता कदम चूमने लगती है। इन तमाम मुस्किलो के बाद
दोंनो बच्चों के प्रतिभा और लगन को देखते हुए अभिभावकों ने हार नही मानी और घर के पीछे जुगाड़ से बनायी शूटिंग रेंज में दोनों बच्चों ने दिन रात प्रैक्टिस कर के रिहंद आवासीय परिसर के दोनों बच्चे आदित्य सिंह और हिमांशु शर्मा ने उत्तर प्रदेश स्टेट राइफल एसोसिएशन द्वारा आयोजित प्री स्टेट चैंपियनशिप में भाग लिया और राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चुने गए।

अभिभावकों के अनुसार दोनो बच्चों के भविष्य के लिए परिजनों की यह पहल किसी जोखिम से कम नही था। घर के पीछे 10 मीटर एयर पिस्टल के लिए अस्थायी शूटिंग रेंज बना कर बच्चों की प्रैक्टिस बराबर कराई जाती थी इनके मार्ग दर्शक माता पता ही इस खेल के मुख्य गुरु भी रहे।
दोनों बच्चों के इस सफलता से परिजन गदगद हैं तो रिहन्द सहित सोनभद्र लोगों का मान बढ़ाया है। लोगों ने देश और दुनिया मे भारत का नाम रौशन करने की कामना करते हुए दोनों लाल के उज्वल भविष्य की कामना की है।

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