बैंक कर्मियों के भेद भाव पूर्ण रवैया से खाताधारकों में आक्रोश

रामजियावन गुप्ता

बीजपुर(सोनभद्र) स्थानीय परियोजना के आवासीय परिसर स्थित शॉपिंग सेंटर में संचालित एक राष्ट्रीयकृत बैंक के अधिकारी और कर्मचारियों की तानाशाही पूर्ण रवैया से तमाम खाता धारकों में आक्रोश ब्यात होता जा रहा है। आरोप है कि नियमानुसार बैंक चाहे भले ही दस बजे खुलता हो लेकिन इस शाखा के अधिकांश कर्मचारी और शाखा प्रबंधक महाशय ग्यारह बजे से पहले कभी नही आते जिसके कारण बैंक में भारी भीड़ लग जाने से उपभोक्ताओं को बैंक कर्मियों का कोप भाजन होना पड़ता है। लोगो का यह भी आरोप है कि खाता धारक अपना पैसा जमा निकाशी करने जब उक्त शाखा में आता है तो बैंक कर्मी लोगो को जलील करते हैं । ज्ञात हो कि एनटीपीसी परियोजना कर्मियों और अन्य कार्यदायी संस्था को छोड़ दिया जाय तो अधिकांश खातेदार ग्रामीण इलाके के दूर दराज से आते है लेकिन जब जमा और निकाशी में ही लोगो के पूरे दिन गुजर जाते है तो लोग घर जाते जाते बैंक कर्मियों को जीभर कर कोषते जाते है। गौरतलब हो कि तीस किलो मीटर के परिक्षेत्र में इस बैंक की मात्र एक ही ब्रांच होने के कारण लोगों को भारी मुसीबत का सामना झेलना पड़ रहा है। बताया जाता है कि उक्त शाखा में कई कर्मचारी वर्षो से अंगद की तरह पाँव जमाये यही पड़े है जिसके कारण उनका खाता धारकों से आये दिन दुर्व्यहार करना आम बात हो गयी है। लोग बताते है कि बैंक में जाते ही कर्मियों को ऐसा लगता है जैसे यह बैंक लूटने आया हो यही कारण होने की वजह से अधिकांश लोग उक्त शाखा से अपना खाता बन्द कर दूसरे बैंकों में खाता खुलवाने को मजबूर हो गए है। उपभोक्ता संजय कुमार, राजेश, हीरा , जयसिंह, ददन, राजकुमार, सूर्य प्रताप, नीरज, हँसलाल, सहित अनेक का आरोप है कि जब भी किसी कार्य से बैंक में पहुचते है तो कहा जाता है सर्वर डाउन है बाद में आना वही अपने चहेतों को अंदर से बगैर सर्वर लेंन देन करते हुए देख लोगो ने बैंक कर्मियों पर भेद भाव करने का आरोप लगाते हुए उच्चाधिकारियों से जाँच कराने की माँग की है। इसबाबत शाखा प्रबंधक पंकज गुप्ता से जब jbजानकारी माँगी गयी तो ठीक से उत्तर न देकर बार बार बगले झांकते रहे और यह कहते रहे कि अरे छोड़िए हटाइये यह कोई खबर है।

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