
लंदन न्यूज़ एजेंसी।बर्मिंघम में अपनी जेवरात की दुकान पर डकैती के दौरान डकैतों द्वारा बांधे जाने और मुंह बंद किये जाने के बाद भी बदमाशों की गिरफ्तारी के लिये पुलिस की मदद करने वाले भारतीय मूल के सुनार को बहादुरी के लिये सम्मानित किया गया। न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक चौहान पाल को पिछले हफ्ते वेस्ट मिडलैंड्स पुलिस चीफ कांस्टेबल्स गुड सिटिजन्स अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। उनकी दुबई ज्वेलर्स नाम की दुकान पर बदमाशों ने हमला किया था और इस दौरान बदमाशों ने उन्हें बांध दिया और मुंह पर टेप लगा दी।
चीफ कांस्टेबल डेव थॉम्पसन ने पाल से कहा, “हमले के बावजूद आपने साहस का परिचय दिया और अलॉर्म बजाकर हमलावरों को अपने साथ ही इमारत के अंदर बंद रखने का जोखिम लिया।” उन्होंने कहा, “आपकी सजगता और बहादुरी से आपकी दुकान में लूटपाट करने वाले तीन हमलावरों को हिरासत में लिया जा सका और बाद में उनकी गिरफ्तारी हुई।” तीन आरोपी, सुरक्षा कर्मचारी बनकर पाल की दुकान में दाखिल हुए और कहा कि उन्हें सीसीटीवी चेक करनी है।
उन्होंने चौहान से मारपीट की और उन्हें बांध दिया। चौहान ने किसी तरह अपने कंधे से अलार्म बजाया और बदमाशों को दुकान के एक इलाके में फंसा दिया। उन्होंने आग का अलार्म बजाकर लोगों का ध्यान आकर्षित किया। लोगों को लगा कि दुकान में आग लग गई है। इस बीच पुलिस मौके पर पहुंची और दूसरे लोगों व पाल के साथ मिलकर बदमाशों को पकड़ लिया गया। इन बदमाशों को बर्मिंघम क्राउन कोर्ट ने पिछले साल जुलाई में क्रमश: 14,12 और साढ़े नौ साल कैद की सजा सुनाई।
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