बीना सोनभद्र।एनसीएल बीना परियोजना में चोरी का कोयला लदी टेलर की पलटी की कहानी में रोज-रोज नया ट्विस्ट आ रहा है।अगर सूत्रों को माने तो विवेचना अधिकारी एवं एनसीएल प्रबंधन क्यो कोलमाफ़िया को बचाने में लगा है।इसके पीछे क्या गान्धी गिरी का खेल तो नही या राजनीतिक गलियारे में उसकी हनक तो नही है।बताते चले कि जहाँ योगी सरकार हाईटेक की बात करती वही बीना पुलिस विगत कई दिन से ये पता लगाने में लगी है कि चोरी में प्रयुक्त वाहन का स्वामी कौन है।जबकि कोयले चोरी में संलिप्त माफिया एनसीएल के सुरक्षा प्रहरी के जानकारी में है।अगर एनसीएल प्रबंधन पर गौर करे? तो कोयला चोरी के प्रति एनसीएल प्रबंधन का चरित्र उदार बादी क्यो है ।एनसीएल खदान परिसर में बिना रजिस्टर्ड टेलर प्रवेश कैसे किया इसमें सुरक्षा कर्मियों की मिलीभगत नही है तो क्या अगर है तो अब तक सुरक्षा एजेंसी एवं एनसीएल कर्मियों पर कार्यवाही क्यो नही।कभी किसी ज़बाने में एक गीत खूब चला था गोल माल है भाई गोल माल — वही नजारा आज दिख रहा है एनसीएल बीना परियोजना के कारगुजरी से,चोरी के पीछे कहानी जो भी हो पर जनता के सामने आज भी पहेली बनी है आखिर कोल माफिया को क्यो बचाया जा रहा है?।हालांकि इसकी जांच अधिकारियों से चल रही है देखना है ऊँट किस करवट बैठेगी।