ग्रामीणों ने कोटेदार के खिलाफ खोला मोर्चा,राशन नही तो वोट नही

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दुद्धी एक तरफ जिलानिर्वाचन अधिकारी मतदाताओं को ज्यादा से ज्यादा मताधिकार का प्रयोग करने हेतु प्रचार प्रसार गाँव गाँव मे जाकर कर रहे है कि सोनभद्र में अबकीबार 84% पार मतदाता का अधिकार पर  ब्लाक क्षेत्र के तुर्रीडीह गांव में बीते दिनों पूर्व से चल रहे विवाद को लेकर काफी गहमा गहमी बनी हुई है। आज बुधवार को सैकड़ो ग्रामीणों ने गांव में ही जुलूस निकाल कर कोटेदार के खिलाफ जमकर नारे बाजी किया और मताधिकार का प्रयोग न करने को लेकर प्रदर्शन भी किया। ग्रामीणों का कहना है की हम सभी लोग कोटेदार के लिए चुनाव कराए थे और श्यामलाल को नए कोटेदार बनाया गया था जो ग्रामीणों के पसंद है। और अच्छा ढंग से व्यवहार करता है। जो अब पुराना कोटेदार नियुक्ति हुआ है वह गंदे व्यवहार का व्यक्ति है  जिसको लेकर आज प्रदर्शन किया गया है। और ग्रामीण महिलाओं एवं पुरुषों ने नारेबाजी कर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार भी किया कहा “राशन नही तो वोट नही” चंद्रावती देवी,संगीता देवी,राजकुमारी देवी,दिनेश राव,विजय भारती ने कहा कि पुराना कोटेदार राजकुमार एक दबंग किश्म का आदमी है जो ग्रामीणों को जातिसूचक शब्द कहकर भगा देता है और कहता है कि सब राढ़ है आ जाते है सुबह सुबह राशन लेने जाओ अभी नही 10 बजे के बाद आना और अपना निजी काम भी कराता है। जिससे सभी ग्रामीण नाराज है कि सब मजदूरी करने निकल जाते है तो सुबह के समय मिलता है तभी न जाएंगे राशन लेने हम लोग तब तक नहींलेंगे राशन जबतक दूसरा कोटेदार नही आ जाता है।

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वहीँ कोटेदार राजकुमार का कहना है कि ग्राम प्रधान द्वारा श्रणयंत्र है जब से नया ग्राम प्रधान बना है तभी से परेसान किया जा रहा है हमे 2016 में हमारे ऊपर एफआइआर कराया गया था जिससे हमारा कोटे के दुकान निरस्त हो गया था जिसके बाद हमने मुकदमा लड़ा था और हमने मुकदमा जीत लिया जिसके पश्चयात अप्रैल में उपजिलाधिकारी दुद्धी ने हमे दुकान चलाने की अनुमति दे दिया और मई महीने का हमने राशन उठाया और करीब 30 लोगों को वितरण भी कर दिया गया है। हमारे खिलाफ कोई ग्रामीण नही है यह सब एक रची हुई ग्राम प्रधान की साजिश है।

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