बेंगलुरु. मुंबई इंडियंस के खिलाफ नो-बॉल विवाद के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कप्तान विराट कोहली गुस्से में रेफरी के कमरे में चले गए। मीडिया रिपोर्ट्स में यह बात सामने आ रही है कि उन्होंने रेफरी के साथ बदसलूकी और भद्दी टिप्पणियां भी की। दरअसल, अंपयार एस. रवि की गलती के कारण लसिथ मलिंगा की आखिरी गेंद नो-बॉल नहीं दी गई थी। इसके बाद रवि का मजाक सोशल मीडिया पर उड़ाया गया।
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रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रेजेंटेशन सेरेमनी के ठीक बाद कोहली गुस्से में मैच रेफरी मनु अय्यर के कमरे में घुस गए। उन्होंने नाराजगी जताते हुए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल भी किया। कोहली ने रेफरी से कहा कि अगर उन्हें आचार संहिता के उल्लघंन का दोषी भी माना गया तो इस बात की परवाह नहीं।
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बेंगलुरु को आखिरी ओवर में जीत के लिए 17 रन बनाने थे। शिवम दुबे और एबी डिविलियर्स ने शुरुआती पांच गेंद पर 10 रन बना लिए थे। मलिंगा की आखिरी गेंद पर दुबे रन नहीं बना सके। इससे मुंबई की टीम जीत गई। हालांकि, टीवी रीप्ले में मलिंगा का पैर क्रीज से बाहर दिख रहा था। इसके बाद कोहली गुस्से में आ गए।
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कोहली ने अंपायर के इस फैसले पर निराशा जताई। वे गुस्से में किसी खिलाड़ी से हाथ भी नहीं मिलाना चाह रहे थे। उन्होंने कहा, “हम आईपीएल खेल रहे हैं, क्लब क्रिकेट नहीं। अंपायरों को अपनी आंखों को खोल कर रखना चाहिए। यह निर्णय बहुत ही खराब था।”
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कोहली के साथ-साथ मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा ने भी इस फैसले को लेकर निराशा जताई। उन्होंने कहा, “मुझे मैच खत्म होने के बाद पता चला कि आखिरी गेंद नो-बॉल थी। ऐसे फैसले क्रिकेट के लिए सही नहीं है। बुमराह की एक गेंद वाइड नहीं थी। खिलाड़ी इसे लेकर ज्यादा कुछ नहीं कर सकते।”
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अंपायर एस. रवि की इस गलती के कारण माना जा रहा था कि उन्हें सस्पेंड कर दिया जाएगा, लेकिन बीसीसीआई ऐसा नहीं कर पाएगा। रवि आईसीसी की एलीट पैनल में शामिल एकमात्र भारतीय अंपायर हैं। बोर्ड के रोस्टर में 56 आईपीएल मैचों के लिए सिर्फ 11 अंपायरों ही हैं।
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अंपायरिंग कमेटी के सदस्य ने कहा, “हमारे पास केवल 17 अंपायर हैं, जो मैदान और तीसरे अंपायरों की ड्यूटी के लिए हैं। उनमें से 11 भारतीय और एलीट पैनल के छह विदेशी हैं। चौथे अंपायर के रूप में छह अन्य भारतीय हैं।” ऐसे में रवि पर कठोर कार्रवाई नहीं की जा सकेगी।