नई दिल्ली. कर्ज के बोझ तले दबी जेट एयरवेज़ के चेयरमैन और प्रमुख प्रमोटर नरेश गोयल ने आज बोर्ड की सदस्यता से इस्तीफी देकर कंपनी का साथ छोड़ दिया है। नरेश गोयल की जेट एयरवेज़ में 51 फीसदी की हिस्सेदारी थी। सिर्फ नरेश गोयल ही नहीं बल्कि उनकी पत्नी अनिता गोयल ने भी रिज़ाइन कर दिया है। आपको बता दें कि जेट एयरवेज़ पर 26 बैंकों का करीबन 8 हजार करोड़ का कर्ज बकाया है। जिसमें कुछ प्राइवेट और विदेशी बैंक हैं। प्राइवेट बैंको की बात करें तो उनमें केनरा बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, सिंडिकेट बैंक, इंडियन ओवरसीज़ बैंक, इलाहबाद बैंक, एसबीआई और पीएनबी का नाम है। वही नरेश गोयल के बाद सीईओ विनय दुबे जेट एयरवेज का मुख्य कार्यभार संभालेंगे और कंपनी को इस आर्थिक संकट से उबारने की कोशिश करेंगे।
Sources: Jet Airways Chairman Naresh Goyal and his wife Anita Goyal step down from Jet Airways Board due to financial crisis; bank-led board to run the airlines. pic.twitter.com/f3NVDOhFNs
— ANI (@ANI) March 25, 2019
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पायलट भी दे चुके हैं अल्टीमेटम
कर्ज के बोझ से दबी जेट एयरवेज़ ने पिछले कई महीनों से अपने पायलटों को सैलरी भी नहीं दी है। जिससे उनके सामने आर्थिक संकट गहरा गया है। हाल ही में पायलट ने पीएम नरेद्र मोदी को भी पत्र लिखकर अपनी स्थिति से उन्हे अवगत कराया था तो इसके अलावा पायलट ने भी कंपनी को चेतावनी दी है कि अगर 31 मार्च तक उन्हे उनका बकाया वेतन नहीं मिला तो वो कोई फ्लाइट नहीं उड़ाएंगे।
आपको बता दें कि लंबे समय से जेट एयरवेज़ आर्थिक संकट से जूझ रही है। जिन कंपनियों से प्लेन लीज पर लिए गए हैं उन्हे किराया बकाया है। पायलट और दूसरे कर्मचारियों की सैलरी रूकी हुई है। ऐसे में जेट एयरवेज़ की देनदारी बढ़ती ही जा रही है। वही नरेश गोयल के इस्तीफा देने के बाद अब उनकी 51 प्रतिशत हिस्सेदारी को एयरलाइंस में मिलाया जा सकता है।
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