नई दिल्ली.वर्ल्ड वाइड वेब आज अपनी 30वीं सालगिरह मना रहा है। जी हां…वर्ल्ड वाइड वेब को 30 साल पूरे हो चुके हैं। लिहाज़ा आज इसी को लेकर गूगल ने भी डूडल तैयार किया है (Google Doodle Today)। जिसमें कंप्यूटर के भीतर धरती को घूमते हुए दिखाया गया है जो कि केवल एक स्विच से जुड़ी है। आज से 30 साल पहले 12 मार्च 1989 को ब्रिटेन के भौतिक विज्ञानी टिम बर्नर्स ली ने WWW की खोज की जिससे आज पूरी दुनिया में इंटरनेट का इस्तेमाल किया जा रहा है। दरअसल, WWW एक एप्लिकेशन है जिसे HTML, URL और HTTP से बनाया गया है। सर टिम बर्नर्स ली 1989 में यूरोप की मशहूर संस्था CERN में काम करते थे और यही उन्होने वर्ल्ड वाइड वेब का निर्माण किया। इसके बाद 1991 में पहले वेब ब्राउजर worldwideweb.app को रिलीज किया गया था। ये अविष्कार कितना महत्वपूर्ण था इसका अंदाज़ा आज इंटरनेट के बढ़ चुके विस्तार को देखकर लगाया जा सकता है।
टिम बर्नर्स ली कौन हैं?
शुरुआती पढ़ाई इंग्लैड में करने वाले टिम बर्नर्स ली हमेशा कुछ नया करने की चाह में रहते थे। उन्होने क्वींस कॉलेज और ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की और उसके बाद 1976 में उन्होने फिजिक्स में डिग्री हासिल की। गणित पर उनकी अच्छी पकड़ थी। पढ़ाई पूरी करने के बाद वो यूरोपीय नाभिकीय अनुसंधान संगठन से जुड़े और तभी उन्होने WWW की खोज की।
ये थी पहली वेबसाइट
क्या आप जानते हैं दुनिया की पहली वेबसाइट कौन सी थी.. वेब ब्राउजर को CERN के बाहर पहली बार 1991 में रिलीज किया गया था। जिसके बाद 6 अगस्त को इंटरनेट अस्तित्व में आया और दुनिया को पहले वेबसाइट http://info.cern.ch मिली। जिसे बाद इंटरनेट का दौर शुरू हुआ, कई वेब कंपनियां आई और आज इसका विस्तार बड़े पैमाने पर हो चुका है।
भारत में 1995 में आया इंटरनेट
इंटरनेट के जन्म के 6 सालों बाद भारत में इंटरनेट सेवा की शुरूआत हुई थी। यानि भारत में इंटरनेट 15 अगस्त, 1995 को आया। जिसकी शुरूआत विदेश संचार लिमिटेड ने की थी। एक अनुमान के मुताबिक, साल 2021 तक इंटरनेट यूजर्स की संख्या 82.9 करोड़ हो सकती है।
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