नेशनल डेस्क, नई दिल्ली. बालाकोट में हुईएयर स्ट्राइक में कितने आतंकी आतंकी मारे गए? ये सवाल मोदी सरकार की गले की फांस बनता जा रहा है। कल अमित शाह ने कहा कि हमले में 250 आतंकी मारे गए। इसके बाद सवाल उठा कि आखिर उन्हें कैसे पता। कुछ ही देर में खबर आई कि एयर स्ट्राइक से पहले सरकारी संस्था एनटीआरओ ने बताया था कि जहां पर वायुसेना ने टारगेट सेट किया है वहां 300 मोबाइल फोन एक्टिव है। अब गृह मंत्री राजनाथ सिंह आतंकियों के मारे जाने की संख्या परउसी रिपोर्ट का हवाला दे रहे हैं।
– असम के धुबरी में एक रैली में उन्होंने कहा,'एक दिन सबको पता चल जाएगा कि बालाकोट में कितने आतंकवादी मारे गए। अगर कांग्रेस यह जानना चाहती है कि कितने आतंकवादी मारे गए तो उसे पाकिस्तान जाकर वहां पूछना चाहिए। पाकिस्तान जाकर शवों को गिनना चाहिए। उन्होंने कहा कि NTRO की रिपोर्ट में पता चला था कि वहां 300 मोबाइल फोन एक्टिव हैं। वो फोन आतंकी नहीं तो क्या वहां के पेड़ इस्तेमाल कर रहे थे।'
क्या थी NTRO की रिपोर्ट :बता दें कि पहले बीबीसी और अल-जजीरा जैसे कई समाचार चैनलों ने मौके पर जाने का दावा करते हुए कहा था कि इस हमले में सिर्फ एक व्यक्ति घायल हुआ है। इसके बाद खबर आई कि नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन ने कार्रवाई से पहले सेना को जानकारी दी थी कि जहां टारगेट सेट किया गया है वहां करीब 300 फोन एक्टिव हैं।
NTRO ने कब शुरू किया सर्विलांस : एयर स्ट्राइक से पहले बालाकोट में नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन ने एक रिपोर्ट तैयार की थी। सूत्रों के मुताबिक जब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में जैश के ठिकानों को टारगेट बनाने का फैसला कर लिया, तब नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन से कहा गया कि वो इन ठिकानों की सर्विलांस शुरू कर दे। इसके बाद जो रिपोर्ट सामने आई उसमें पता चला कि वहां 300 से ज्यादा मोबाइल फोन एक्टिव हैं।
– एयर स्ट्राइक के बाद मीडिया रिपोर्ट्स से जो खबरें आईं, उसमें पता चला थाकि भारतीय वायुसेना ने 300 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया।
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