खेल डेस्क. ब्रिटेन के बर्मिंघम में 6 से 10 मार्च तक बैडमिंटन का ग्रैंड स्लैम कही जाने वाली ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप के मुकाबले होने हैं। इनमें कौन-कौन से खिलाड़ी चुनौती पेश करेंगे इसके लिए ड्रॉ निकाला जा चुका है। टूर्नामेंट के मेन्स सिंगल्स इवेंट में 4 और वुमन्स सिंगल्स में 2 भारतीय शटलर्स चुनौती पेश करेंगे। भारतीयों में बी साईं प्रणीत और एचएस प्रणव पहले ही दौर में कोर्ट पर एक दूसरे के सामने होंगे। ऐसे में दोनों में से किसी एक का सफर पहले ही दौर में पूरा होना तय है। दोनों अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 6 साल बाद कोर्ट पर एक-दूसरे के सामने होंगे। वहीं, देश की नंबर महिला शटलर पीवी सिंधु की राह भी आसान नहीं है।
प्रणीत के खिलाफ प्रणव ने दो मुकाबले जीते
प्रणव इस समय दुनिया के 19वें और प्रणीत 28वें नंबर के मेन्स शटलर हैं। दोनों अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अब तक तीन बार कोर्ट पर आमने-सामने हुए हैं। इनमें से प्रणव दो और प्रणीत एक बार जीते। प्रणीत ने किसी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में प्रणव के खिलाफ आखिरी बार 16 दिसंबर 2009 को सैयद मोदी मेमोरियल टूर्नामेंट में जीत हासिल की थी। दोनों के बीच आखिरी भिड़ंत 2013 में टाटा ओपन इंडिया इंटरनेशनल चैलेंज में हुई थी। तब प्रणव ने प्रणीत को 21-19, 21-10 से हराया था।
किदांबी को टूर्नामेंट में सातवीं वरीयता मिली
प्रणव-प्रणीत के अलावा मेन्स सिंगल्स में किदांबी श्रीकांत और समीर वर्मा भी भारतीय चुनौती पेश करेंगे। किदांबी को टूर्नामेंट में सातवीं वरीयता दी गई है। उनका पहले दौर में फ्रांस के ब्राइस लेवेडेज से मुकाबला होगा। किदांबी की विश्व रैंकिंग आठ और ब्राइस की 26 है। दोनों तीसरी बार एकदूसरे के खिलाफ कोर्ट पर उतरेंगे। इससे पहले दोनों बार किदांबी ने ब्राइस को हराया है। आखिरी बार दोनों के बीच 29-06-2018 को सेलकॉम मलेशिया ओपन में भिड़ंत हुई थी। उस मैच को किदांबी 21-18, 21-14 से जीतने में सफल रहे थे।
समीर पहले दौर में विक्टर एक्ससेन से भिड़ेंगे
समीर का पहले दौर में डेनमार्क के बैडमिंटन खिलाड़ी विक्टर एक्ससेन से मुकाबला होगा। समीर-विक्टर अब तक दो बार कोर्ट पर आमने-सामने हुए हैं और दोनों बार भारतीय शटलर को हार का सामना करना पड़ा है। आखिरी बार दोनों के बीच 05-07-2018 को इंडोनेशिया ओपन में भिड़ंत हुई थी। उस मैच में विक्टर ने समीर को 21-15, 21-14 से हराया था। समीर की मौजूदा वर्ल्ड रैंकिंग 13 और विक्टर की 6 है। पिछला रिकॉर्ड देखते हुए समीर के लिए भी पहले दौर की चुनौती पार करना आसान नहीं होगा।
पिछले साल की सेमीफाइनलिस्ट सिंधु को 5वीं वरीयता
वुमन्स सिंगल्ल में पीवी सिंधु के अलावा साइना नेहवाल भारतीय चुनौती होंगी। सिंधु ने टूर्नामेंट के पिछले सत्र में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था। हालांकि, इस बार उनकी राह आसान नहीं है। दुनिया की छठे नंबर की महिला शटलर को टूर्नामेंट में 5वीं वरीयता मिली है। उनका पहले दौर में दुनिया की 11वें नंबर की शटलर दक्षिण कोरिया की सुंग जी हुन से मुकाबला होना है। सिंधु का सुंग के खिलाफ जीत-हार का रिकॉर्ड 8-6 का है। आखिरी बार दोनों पिछले साल नवंबर में कोर्ट पर आमने-सामने थीं। तब भारतीय शटलर को 24-26, 20-22 से हार का सामना करना पड़ा था।
साइना का पहला मुकाबला स्कॉटलैंड की क्रिस्टी गिलमोउर से
साइना नेहवाल को वुमन्स सिंगल्स में 8वीं वरीयता दी गई है। उनका पहले दौर में स्कॉटलैंड की क्रिस्टी गिलमोउर से मुकाबला होना है। क्रिस्टी के खिलाफ साइना का रिकॉर्ड काफी बेहतर है। दोनों के बीच अब तक छह बार भिड़ंत हुई है। हर बार भारतीय शटलर जीत हासिल करने में सफल रही हैं। साइना और क्रिस्टी की रैंकिंग में भी 19 पायदान का अंतर है। साइना इस समय वर्ल्ड नंबर 9, जबकि क्रिस्टी 28वें नंबर पर हैं। पुराने रिकॉर्ड को देखते हुए कहा जा सकता है कि साइना को पहले दौर की बाधा पार करने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
[ad_2]Source link