मंगल पांडे जैसा ही अंगार हमें फिर चाहिए- कौशल्या कुमारी चौहान

कवियों को अंगवस्त्र देकर किया गया सम्मानित

सर्वेश श्रीवास्तव

सोनभद्र। शहीद स्थल प्रवंधन टृसट करारी सोनभद्र व सोनभद्र बार एसोसिएशन के तत्वावधान में रॉबर्ट्सगंज कचहरी परिसर स्थित सोनभद्र बार एसोसिएशन सभागार में शनिवार को दोपहर में ऑपरेशन सिंदूर काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें कवियों ने एक से बढ़कर एक कविता पाठ किया। कवियों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। सर्वप्रथम सोनभद्र बार

एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण कुमार मिश्र एडवोकेट व महामंत्री अखिलेश कुमार पांडेय एडवोकेट ने वाग्देवी के चित्र पर माल्यार्पण किया। वाणी वंदना करते हुए सुधाकर पांडेय स्वदेश प्रेम ने, माँ शारदे वर दे घर घर मंगल कर दे सुनाकर वाहवाही लूटी। राकेश शरण मिश्र एडवोकेट ने वीरों को समर्पित रचना सुनाकर सबका मन मोह लिया। दीपक कुमार केसरवानी इतिहासकार ने ओजस्वी वक्तव्य देकर आयोजन को गति दिया।

ओज की सशक्त रचना कार कौशल्या कुमारी चौहान ने वीर रस की कविता, मंगल पांडे जैसा ही अंगार हमें फिर चाहिए, सुनाकर वाहवाही लूटी। धर्मेश चौहान एडवोकेट ने, महा प्रलय है हम पाकिस्तान के लिए, सुनाकर दुश्मन को ललकारा सराहे गये। प्रदुम्न तिवारी एडवोकेट आयोजक ने सिंदूर जहाँ सुहागिनों ने दान किया है बहनो ने अपने भाई को कुरबान किया है, बेटे को लगा चंदन माँ सीमा पर भेजती बलिदानियों के बल पर हिंदुस्तान

बना है सुनाकर राष्ट्र भक्ति का संचार किये। मदन चौबे, प्रभात सिंह चंदेल, दिव्या राय, सुनिल चौचक, दिलीप सिंह, दीपक, दयानंद दयालू, शिवदास कवि, विकास वर्मा आदि ने एक से बढ़कर एक ओज श्रृंगार करुणा की रचनाओं में गीत गजल छंद मुक्तक सुनाकर चार चांद लगाया। राजेन्द्र चौधरी एडवोकेट ने धारा प्रवाह भाषण से तिरंगे को नमन किया। गोष्ठी की अध्यक्षता पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र कुमार पाठक एडवोकेट व संचालन अशोक तिवारी एडवोकेट ने किया। आभार प्रद्युम्न त्रिपाठी एडवोकेट निदेशक शहीद स्मारक करारी ने व्यक्त किया। इस अवसर पर जयशंकर तिवारी एडवोकेट, पुरुषोत्तम कुशवाहा, ठाकुर कुशवाहा, ऋषभ, अमित सिंह, राकेश दूबे एडवोकेट, आनंद कुमार मिश्र एडवोकेट आदि मौजूद रहे।

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