रिपोर्टर पुरूषोत्तम चतुर्वेदी
उ०प्र० माध्यमिक शिक्षणेत्तर संघ जिला वाराणसी प्रदेश के आह्वान आज दिनांक 11.092024 को जिला विद्यालय निरीक्षक, वाराणसी के कार्यालय पर शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने भारी संख्या में धरना दिया। धरने पर ‘संगठन के पदाधिकारीयों ने कहा कि उ०प्र० सरकार शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के समस्याओं / मागों के प्रति नकारात्मक रवैया अपना रही है जिसके विरोध में संगठनों को यह निर्णय लेना पड़ा। प्रदेश संगठन के प्रमुख भांग पत्र में पुरानी पेंशन बहाल की जाय, शिक्षणेतर कर्मचारियों को शिक्षक पदों पर पदोन्नति, अवकाश, नगदीकरण, राज्य कर्मचारियों की भांति शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को चिकित्सीय सुविधा, राज्य कर्मचारियों की भाँति शिक्षेणत्तर कर्मचारियों को न्यूनतम् पेंशन राज्य कर्मचारियों के समान समस्त सुविधायें अनुरक्षित वेतन संरसेगा लिपिक को प्राप्त वेतनमान रु. 4500 से रु. 7000 राज्य कर्मचारियों के लिए जारी शासनादेश 22 सितम्बर 2011 के प्राबधानानुसार ग्रेड येतन प्रदान किया जाय, वित्त्तविहिन माध्यमिक विद्यालयों में कर्मचारियों की सेवा नियमावली व मानदेय भुगतान किया जाय।
सरकार के नौकरशाहों द्वारा राजाज्ञा निकालते समय राजकीय कर्मचारियों की राजाज्ञा निकाली जाती है जिससे शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को एवं अन्य निकाय, निगमों आदि कर्मचारियों कों छोड़ जाता है इससे कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। संगठन के अधिकांश नेताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार यदि हमारे मांगों पर विचार अतिशीघ्र नहीं करती है तो क्रमवार कार्यालयों पर विशाल धरना एवं प्रदर्शन किया जाएगा धरने पर जिला विद्यालय निरीक्षक, वाराणसी ने उपस्थित होकर सरकार को भेजने हेतु ज्ञापन लिया और शीघ्र भेजने का आश्वासन दिया।
धरने पर प्रमुख रुप से पूर्व शिक्षक एमएलसी चेत नारायण सिंह संगठन के प्रदेश का उपमंत्री प्रवीण कुमार गोठी , वाराणसी संगठन के जिलाध्यक्ष चन्द्र मोहन उपाध्याय तथा जिला मंत्री मनीष कुमार राय एवं संचालन उपाध्यक्ष प्रमोद कुमार दूबे ने किया। धरना स्थल पर पंकज कुमार जायसवाल, सुरेन्द्र कु० उपाध्याय, सुरेन्द्र प्रताप सिंह, अवनीश कुमार सिंह, शेर अहमद खान, गिरीजेश उपाध्याय, अरुण कुमार,, दिपेश यादव, अलका श्रीवास्तव, जितेन्द्र उपाध्यक्ष, अवध राज सिंह, सर्वेश कुमार शुक्ला, शिव कुमार पटेल, उषा यावद, प्रणय गुजराती, विरेन्द्र कुमार पाण्डेय, संजय श्रीवास्तव संरक्षक के रुप में आदि ने विचार व्यक्त किया तथा धरने में जनपद के अन्य शिक्षणेत्तर कर्मचारी भी उपस्थित रहें।