अपना घर आश्रम में निराश्रित लोगों की सेवा नर के रूप में यह नारायण की सेवा है-योगी आदित्यनाथ

वाराणसी से सुरभी चतुर्वेदी की रिपोर्ट

मुख्यमंत्री ने अपना घर आश्रम जाकर यहाँ पर रह रहे लोगों से मिलकर उनकी कुशलक्षेम पूछी

मुख्यमंत्री ने “प्रभु सेवा केंद्र” का लोकार्पण किया

मुख्यमंत्री ने आश्रम की व्यवस्था की सराहना की

मुख्यमंत्री ने यूपीपीसीएल की ओर से 42,38, 935/- व जिला राइफल क्लब की ओर से 2,22,800/- रुपए धनराशि का चेक आश्रम के प्रबंधक को उपलब्ध कराए

मुख्यमंत्री ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं काशी के कोतवाल काल भैरव मंदिर में दर्शन पूजन किया

सावन महीने में मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराई जाए-योगी आदित्यनाथ वाराणसी। उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार को सायं वाराणसी पहुचे। उन्होंने सामने घाट स्थित अपना घर आश्रम जाकर यहाँ पर रह रहे लोगों से मिलकर उनकी कुशलक्षेम पूछी तथा आश्रम की व्यवस्था की सराहना की। इस अवसर पर उन्होंने हर आश्रम में निर्मला बिरला, कोलकाता द्वारा निर्माणाधीन भवन "प्रभु सेवा केंद्र" का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने यूपीपीसीएल की ओर से 42,38, 935/- व जिला राइफल क्लब की ओर से 2,22,800/- रुपए धनराशि का चेक आश्रम के प्रबंधक को उपलब्ध कराए। मुख्यमंत्री ने अपना घर आश्रम की सराहना करते हुए कहा कि नर के रूप में यह नारायण की सेवा है। निश्चित रूप से चिकित्सक दम्पति का यह प्रयास सराहनीय हैं। इससे समाज के असहाय लोगों लोगो को सहायता मिल रही हैं। इस तरह के आश्रम अन्य स्थानों पर भी होने चाहिये। इस कार्य मे समाज के लोगो को बढ़-चढ़कर अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपना घर आश्रम में निराश्रितो को सभी आवश्यक सुविधाएं जैसे उपचार, भोजन, कपड़े, निवास और अन्य आवश्यकताएं बिना किसी शुल्क के और समाज के सहयोग से प्रदान की जाती हैं। ततपश्चात उन्होंने काशी के कोतवाल कालभैरव व श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में विधिवत दर्शन पूजन किया। काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के पश्चात मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सावन महीने में मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न होने पाए। दर्शनार्थियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराई जाए। बताते चलें कि इस अपना घर आश्रम की स्थापना 14 अक्टूबर 2018 को वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ डॉ. के. निरंजन और उनकी पत्नी डेंटल सर्जन डॉ. कात्यायनी ने अपनी टीम के साथ पवित्र गंगा नदी के तट पर असहाय, निराश्रित बीमार व्यक्तियों की सेवा के लिए की हैं। इस आश्रम के लिए डॉ. दंपत्ति द्वारा सौ बिस्तरों वाली आवासीय क्षमता का भवन भी उपलब्ध कराया गया हैं। यह आश्रम महिला और पुरुष दोनों के लिए है, जिसकी क्षमता 50-50 है।  यहां पर निराश्रितो को सभी आवश्यक सुविधाएं जैसे उपचार, भोजन, कपड़े, निवास और अन्य आवश्यकताएं बिना किसी शुल्क के और समाज के सहयोग से प्रदान की जाती हैं।बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए, इसकी क्षमता को धीरे-धीरे बढ़ाकर 300 कर दिया गया है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, विधायक सौरभ श्रीवास्तव सहित अन्य लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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