वाराणसी से सुरभी चतुर्वेदी की रिपोर्ट
अपनी सांस्कृतिक विविधता में एकता के कारण भारत दुनिया के अंदर नागरिकों के लिए आकर्षण का एक केंद्र है-मुख्यमंत्री
एकता व अखंडता के लिए अपने यशस्वी नेतृत्व में किया जा रहा कार्य भारत को दुनिया में सबसे बड़ी युवा आबादी के रूप में भी प्रस्तुत करती है-योगी आदित्यनाथ
वाराणसी दुनिया की प्राचीन सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक नगरी है-सीएम
वाराणसी के सारनाथ दुनिया के बौद्ध अनुयायियों के लिए पवित्र व आकर्षण का केंद्र बना हुआ है-योगी
देश अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरा करते हुए अमृत काल के प्रथम वर्ष में जी20 के इस प्रतिष्ठित आयोजन की अध्यक्षता कर रहा है-मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ
बनारस को प्राचीन समय से ही सांस्कृतिक, व्यापार तथा सभ्यता का शहर रहा है-केंद्रीय मंत्री
यहां के मंदिरों, बनारस घराने, घाटों आदि विश्व प्रसिद्ध है-अनुराग ठाकुर
दुनिया की सबसे बड़ी युवा शक्ति हमारे भारत में मौजूद है-केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे के दौरान शुक्रवार को वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में जी-20 की श्रृंखला में आयोजित Y20 समिट कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कार्यक्रम में देश-विदेश से आए युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी सांस्कृतिक विविधता में एकता के कारण भारत दुनिया के अंदर नागरिकों के लिए आकर्षण का एक केंद्र है। लोकतांत्रिक परंपराओं पर विश्वास करते हुए भारत के अंदर 140 करोड़ आबादी जिस भाव-भंगिमा के साथ भारत की एकता व अखंडता के लिए अपने यशस्वी नेतृत्व में कार्य कर रहा है, वह भारत की सबसे बड़ी युवा आबादी के रूप में भी प्रस्तुत करती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के सबसे प्राचीन आध्यात्मिक नगरी में लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि वाराणसी बाबा विश्वनाथ का पावन धाम है। प्राचीन काल से ही धर्म व अध्यात्म की नगरी होने के साथ ही भारत की अध्यात्म, दर्शन, शिक्षा, साहित्य व कला की भूमि के रूप में यह प्राचीन नगरी जानी जाती रही है। यशस्वी प्रधानमंत्री व वाराणसी के लोकप्रिय सांसद नरेंद्र मोदी का प्रदेशवासियों की ओर से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जी-20 के कई समिट के आयोजन का अवसर उत्तर प्रदेश को उन्होंने दिया है। उसी श्रृंखला में वाई20 का मुख्य समिट वाराणसी में हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि वाराणसी, उत्तर प्रदेश की प्रमुख नगरी होने का सौभाग्य प्राप्त करती है। इसलिए न केवल उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक व आध्यात्मिक परंपरा को बल्कि कला, संगीत, शिक्षा की एक प्रमुख नगरी के रूप में भी वाराणसी व उत्तर प्रदेश के अन्य जगहों को भी यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है कि वह भारत की ह्रदय स्थल के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल हुए हैं। वाराणसी हमारे लिए प्रमुख धर्म स्थल इसलिए भी है कि भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश इसी नगरी के सारनाथ में दिया था। जो आज भी दुनिया के बौद्ध अनुयायियों के लिए पवित्र व आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। अपनी सांस्कृतिक विविधता में एकता के कारण भारत दुनिया के अंदर नागरिकों के लिए आकर्षण का एक केंद्र है। लोकतांत्रिक परंपराओं पर विश्वास करते हुए भारत के अंदर 140 करोड़ आबादी जिस भाव-भंगिमा के साथ भारत की एकता व अखंडता के लिए अपने यशस्वी नेतृत्व में कार्य कर रहा है, वह भारत की सबसे बड़ी युवा आबादी के रूप में भी प्रस्तुत करती है। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि डेमोग्राफी डेमोक्रेसी और डायवर्सिटी की त्रिवेणी हमें विशिष्ट बनाती है। चिर पुरातन संस्कृति के सुदृढ़ नींव पर हमारा देश अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरा करते हुए अमृत काल के प्रथम वर्ष में जी20 के इस प्रतिष्ठित आयोजन की अध्यक्षता कर रहा है। हर भारतवासी न केवल इस आयोजनों के प्रति लालायित है, बल्कि अपने आप को वैश्विक मंच पर एक उभरते हुए भारत के रूप में प्रस्तुत करने में गौरवान्वित महसूस करता है। जी20 की थीम "वन एअर्थ वन फैमिली वन फ्यूचर" वास्तव में यह भारत की प्राचीन उस व्यवस्था को प्रस्तुत करता है, जिसमें हजारों वर्ष पहले दुनिया को भारत ने 'वसुधैव कुटुंबकम' का संदेश दिया था। यानि पूरी दुनिया एक परिवार है, एक परिवार के रूप में पूरी दुनिया को मानने वाली व्यवस्था। उस व्यवस्था को जिसका वास्तव में अंत क्या है, 'यह मेरा, यह तेरा' यह विचार संकुचित सोच के लोगों का है। उच्च चरित्र वाले संपूर्ण संसार को ही एक परिवार मानते हैं। उन्होंने दुनिया के कोने-कोने से आये युवाओं को कहा कि प्राचीन समय से ही युवा शक्ति की बात होती रही है, जिसमें उन्होंने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम, श्री कृष्ण को भी याद करते हुए "निसिचर हीन करउँ महि भुज उठाइ पन कीन्ह" तथा "परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्। धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामि युगे युगे॥" का जिक्र किया। उन्होंने दुनिया को निर्वाण का उद्देश्य देने वाले भगवान बुद्ध, आदि शंकराचार्य, गुरू गोविंद सिंह, महाराणा प्रताप, शिवाजी, महारानी लक्ष्मीबाई, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, ठाकुर रोशन सिंह, भगत सिंह, रामप्रसाद बिस्मिल, विनायक सावरकर, वीर अभिमन्यु, फ्रांस के लुइस ब्रेल, आइंस्टीन सभी के युवा काल के दौरान किये गये प्रयासों का भी उल्लेख किया। उन्होंने अटल इनोवेशन मिशन, स्टार्ट उप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया के तहत युवाओं के लिए प्रधानमंत्री द्वारा किये गये प्रयासों को बताते हुए सरकार द्वारा युवाओं के लिए किये जा रहे प्रयासों का जिक्र किया। उन्होंने आज के युवा को कल का निर्माता बताते हुए कहा कि बनारस का यह प्रवास आपको एक नयी ऊर्जा का संचार करेगा। कार्यक्रम में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत करते हुए उन्हें डायनामिक मुख्यमंत्री बताया तथा प्रधानमंत्री द्वारा पिछले 9 वर्षों में किये गये कार्यों का जिक्र करते हुए अमृत काल की बात कही गयी। उन्होंने बनारस को प्राचीन समय से ही सांस्कृतिक, व्यापार तथा सभ्यता का शहर बताते हुए यहां के मंदिरों, बनारस घराने, घाटों आदि की बात कही गयी। उन्होंने युवाओं को वर्तमान में विद्यमान चुनौतियों पर मजबूती से काम करने की अपेक्षा की ताकि भविष्य को सवारा जा सके। उन्होंने कार्यक्रम में लिये गये पांचों एजेंडा पर भी बात रखते हुए सभी का ध्यान खींचा। नेशनल सोलर मिशन, नेशनल हैबिटेट मिशन, हरित ऊर्जा के संबंध में भी विस्तार से बात रखी। उन्होंने कोविड पैनडीमिक के दौरान बड़े देशों से अपनी जिम्मेदारियों से बचने का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय भारत ने पूरे विश्व में अपनी मजबूती का एहसास दिलाते हुए सभी को सहायता प्रदान की। उन्होंने लेह लद्दाख में वाइ-20 सम्मेलन के आयोजन को लेकर पड़ोसी देशों द्वारा किये गये विरोध के बावजूद सफल सम्मेलन की बात भी कही। उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी युवा शक्ति हमारे भारत में मौजूद है। उन्होंने अंत में युवाओं को झकझोरते हुए स्वामी विवेकानंद के प्रसिद्ध कोट "एक विचार लो। उसे अपना जीवन बना लो। उसके बारे में सोचो उसके सपने देखो, उस विचार को जीओ। अपने मस्तिष्क, मांसपेशियों, नसों, शरीर के हर हिस्से को उस विचार में डूबो दो और बाकी सभी विचारों को किनारे रख दो। यही सफल होने का तरीका है।" उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा किए गए प्रयासों के प्रति प्रसन्नता जताते हुए आभार जताया।
इससे पूर्व रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित यूथ-20 के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर सहित अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम में युवा मामलों की सचिव मीता राजीवलोचन तथा वाई-20 चेयर के अनमोल सोवित द्वारा भी युवाओं से जुड़े इस सम्मेलन के संबंध में अपनी बात रखी गयी। अंत में धन्यवाद ज्ञापन वाइ-20 के पंकज सिंह द्वारा दिया गया।
गौरतलब है कि जी-20 के सदस्य देशों, अतिथि देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के लगभग 125 प्रतिनिधि वाई-20 द्वारा चिन्हित किए गए पांच विषयों- कार्य का भविष्य: उद्योग 4.0, नवाचार और 21वीं सदी के कौशल, शांति निर्माण और सुलह: युद्ध रहित युग का आरंभ, जलवायु परिवर्तन और आपदा जोखिम न्यूनीकरण: स्थिरता को जीवन शैली बनाना, साझा भविष्य: लोकतंत्र और शासन में युवा, स्वास्थ्य, कल्याण और खेल: युवाओं के लिए एजेंडा पर विचार मंथन करेंगे।यह सम्मेलन युवाओं को नए अवसरों के बारे में जानकारी देने के लिए वर्तमान विषयों पर एक वैश्विक परिपेक्ष्य प्रदान करेगा। साथ ही आत्मविश्वास और आत्म सम्मान का निर्माण भी करेगा वहीं यह भारतीय नीति निर्माताओं के साथ बातचीत करने और उनका सुझाव देने का अवसर भी देगा और इसके साथ युवाओं को स्थानीय समस्याओं के बारे में रचनात्मक रूप से सोचने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा।
कार्यक्रम में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, श्रम मामलों के मंत्री अनिल राजभर, नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा, स्टाम्प मंत्री रविंद्र जायसवाल तथा खेल राज्य मंत्री गिरीश यादव, कमिश्नर कौशल राज शर्मा, पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम मौजूद रहे।