सिगरौली।हिंडालको महान में औद्यौगिक क्रांति के जनक के रुप में अपनी पहचान बनाने वाले घनश्याम दास बिड़ला जी की जयंती व प्रभु राम की भक्तिमय भाव से मनाई गई राम नवमी।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी भगवान श्री राम का जन्मदिवस रामनवमी तथा बिड़ला समूह के संस्थापक स्व. घनश्यामदासजी बिड़ला का जन्मदिन पूरे उल्लास और भक्तिभाव से मनाया गया। हिंडालको महान परिसर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कारपोरेट मानव संसाधन प्रमुख समिक बासु व विशिष्ट अतिथि के रूप में परियोजना प्रमुख एस. सेन्थिलनाथ के साथ अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों ने भगवान श्री राम की पूजा अर्चना के साथ साथ स्व. घनश्यामदासजी बिड़ला के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम में संगीताचार्य बृजेन्द्र त्रिपाठी ने भजनों से सुमधुर स्वर में गाकर रामधुन से वातावरण को भक्तिमय कर दिया।कार्यक्रम में समिक बासु व एस. सेन्थिलनाथ ने बताया कि घनश्याम दास बिड़ला जी औद्योगिक क्रांति के जनक के साथ साथ,आजादी की लड़ाई में अप्रत्यक्ष तौर पर बड़ा योगदान दिया था. वह स्वाधीनता सेनानी के साथ ही बिड़ला परिवार के प्रभावशाली सदस्य रहे. उन्होंने महात्मा गांधी जी के मित्र, सलाहकार,प्रशंसक के रूप में भी पहचाना जाता है। तपश्चात् राम राज्य के स्थापना करने वाले प्रभु राम के नाम से श्री राम वाटिका का लोकार्पण भी श्री समिक बासु, एस सेंथिलनाथ एवं सुनील बेलवार के द्वारा किया गया,जिसमे कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियो ने बृहद पैमाने पर पौधा रोपण किया,जिसमे विभिन्न विभाग के प्रमुखों के साथ साथ हिंडालको महान के सेफ्टी प्रमुख गिरिजा पंडा ने अहम भूमिका निभाई। इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित पावर प्लांट हेड चंद्र शेखर सिंह ,मानव संसाधन प्रमुख बिश्वनाथ मुखर्जी,स्मेल्टर हेड एस.शशि कुमार,वित्त प्रमुख सुशांत नायक,ऑपरेशन हेड आर पी सिंह,संजय चतुर्वेदी सहित मुंबई से पधारे बिभिन्न सेफ्टी ऑडिटर्स व अन्य अधिकारियों ने श्री राम वाटिका में पौधा रोपण व प्रभु राम की पूजा अर्चना तथा स्व.घनश्यामदासजी बिड़ला के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम का संचालन मनीष सिंह ने किया। कार्यक्रम का समापन प्रसाद वितरण के साथ पूर्ण हुआ।