सुरभी चतुर्वेदी
वाराणसी।जिलाधिकारी एस राजलिंगम द्वारा बड़ागांव ब्लाक क्षेत्र के चूरापुर गांव स्थित धान खरीद केन्द्र का अचानक निरीक्षण किया गया।
केन्द्र के सचिव प्रशांत सिंह से सीरियल नम्बर लगाने के बाबत पूछताछ की और धान खरीद से सम्बन्धित टोकन रजिस्टर में दर्ज किसानों के नाम पते के साथ उनका मोबाइल नम्बर लिखने का निर्देश दिया। उन्होंने कड़े निर्देश दिए कि सीरियल नम्बर जम्प नहीं किया जाय, उन्होंने एक मोबाइल नम्बर पर डिप्टी आरएमओ से काल कराया तो वह किसान वहां पर मौजूद मिला।
जिलाधिकारी ने सचिव से रजिस्टर में नम्बर लगायी हुई शांति देवी के नाम देख कर पूछा कि क्या इनको सूचना दी गयी, आपको कब आना है सचिव ने कहा नहीं, जिस नाराजगी जाहिर करते हुए लिखित चेतावनी देने का निर्देश दिया। धान खरीद केंद्र पर ड्यूटी में लगाये गये लेखपाल मनीष कुमार द्वारा भी कार्य में लापरवाही किये जाने पर लिखित चेतावनी देने का निर्देश दिया।
प्रतिदिन 300 कुंटल खरीद का लक्ष्य कि जानकारी करते हुए डिप्टी आरएमओ से पूछा तो उन्होंने बताया कि पिछले दो दिनों में केवल 60 कुंटल ही धान खरीद हुई जिसपर लक्ष्य के सापेक्ष खरीद करने और व्यवस्था दुरुस्त कराने का निर्देश दिया। जिस किसान की धान खरीद हो जाय तो रजिस्टर में उसपर लाल निशान लगाने और नोटिस बोर्ड पर प्रतिदिन के उपलब्ध खाली बोरों की संख्या लिखवाने का निर्देश दिया।
वाराणसी से सुरभी चतुर्वेदी की रिपोर्ट
डेंगू चिकित्सालयों में प्रबंधन के लिए नामित हुये चिकित्सा अधिकारी
चिकित्सा अधीक्षकों और अधिकारियों को आवंटित किए विभिन्न कार्य
फिजीशियन, बाल रोग विशेषज्ञ होंगे तैनात, मिलेगा आवश्यक उपचार एवं परामर्श
डेंगू रोगियों की सुविधा के लिए डेडीकेटेड एंबुलेंस भी रहेगी उपलब्ध वाराणसी। डेंगू की रोकथाम और नियंत्रण के लिए जनपद प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में शासन के निर्देशानुसार जनपद स्तर पर डेंगू के लिए समस्त कार्रवाहियों के उद्देश्य से जिला सर्विलान्स अधिकारी/एसीएमओ डॉ एसएस कनौजिया को नोडल अधिकारी नामित किया गया है साथ ही उनके नेतृत्व में समस्त चिकित्सालयों, चिकित्सा अधीक्षकों और चिकित्सा अधिकारियों को विभिन्न कार्य आवंटित कर दिये गए हैं । यह जानकारी मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने दी। सीएमओ ने बताया कि जनपद स्तरीय डेंगू चिकित्सालयों में डेंगू रोगियों के उपचार के लिए पर्याप्त मात्र में औषधियों, ओआरएस घोल तथा आईपी फ्लूड्स की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए मंडलीय अपर निदेशक/प्रमुख अधीक्षक एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालय, सीएमएस डीडीयू राजकीय चिकित्सालय व लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय तथा डिप्टी सीएमओ डॉ पीयूष राय को नामित किया गया है । डेंगू चिकित्सालयों में ड्यूटी के लिए कोविड की तर्ज पर बनाए गए रोस्टर के समान तीन सत्रों में रोस्टर बनाकर चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती के लिए चिकित्सालय के अधिकारियों के स्तर से कार्रवाही सुनिश्चित करने को कहा गया है । इन चिकित्सालयों में फिजीशियन एवं बाल रोग विशेषज्ञ की उपलब्धता चिकित्सालय के प्रभारी एवं नामित नोडल अधिकारी द्वारा सुनिश्चित कराई जा रही है। अतिरिक्त मानव संसाधन की आवश्यकतानुसार उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाएगी। इसके अतिरिक्त चिकित्सालयों में समन्वय स्थापित करने के लिए अलग-अलग नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं जो इस प्रकार हैं मंडलीय चिकित्सालय में डॉ अंजन श्रीवास्तव, डीडीयू चिकित्सालय में डॉ प्रेम प्रकाश, एलबीएस चिकित्सालय में डॉ सोनिया पडियार और जनपद के ब्लॉक स्तरीय पीएचसी-सीएचसी के लिए एसीएमओ डॉ एसएस कनौजिया । ब्लड बैंक तथा डेंगू प्रयोगशाला की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए डीआईओ डॉ निकुंज कुमार वर्मा, डॉ अतुल कुमार सिंह, डॉ दीपिका चतुर्वेदी और औषधि निरीक्षक अमित बंसल को नामित किया गया है । चिकित्सालयों में डेंगू रोगियों को परिवहन सेवा के लिए डेडीकेटेड एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए एसीएमओ डॉ राजेश प्रसाद और 108/102 एंबुलेंस सेवा के प्रोग्राम मैनेजर को नामित किया गया है । डेंगू मरीजों के टेलीमेडिसिन व संबन्धित चिकित्सालयों में भर्ती के लिए कंट्रोल रूम में जिला सलाहकार डॉ सौरभ सिंह और डॉ शिशिर उपलब्ध रहेंगे । डेंगू संबंधी प्रपत्रों की तैयारी, रिपोर्ट आदि के संकलन व प्रेषण के लिए जिला मलेरिया अधिकारी शरद चंद पाण्डेय को नामित किया गया है। सीएमओ ने बताया कि वर्तमान में जनपद तथा ब्लॉक स्तरीय चिकित्सालयों में डेंगू रोगियों के लिए आरक्षित बेड भर जाने के उपरांत डेंगू डेडीकेटेड चिकित्सालय पाण्डेयपुर में रोगियों को भर्ती कर उपचार किया जाएगा । यहाँ डेंगू रोगियों के लिए 100 बेड आरक्षित किए गए हैं।