सिचाई एवं जल संसाधन मंत्री द्वारा गड्ढा मुक्ति व संचारी रोग कार्यक्रम की समीक्षा की

वाराणसी से पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट

नगर में फॉगिंग, साफ-सफाई व झाड़ पतझड़ कटाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश

गड्ढा मुक्ति पर 15 नवम्बर तक विशेष ध्यान देकर पूरा करें

सिचाई विभाग की सभी जमीनों को कब्जामुक्त कराया जाये वाराणसी। उत्तर प्रदेश के सिंचाई एवं जल संसाधन, बाढ़ नियंत्रण, परती भूमि विकास, लघु सिंचाई, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग एवं वाराणसी मंडल के प्रभारी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सोमवार को सर्किट हाउस सभागार में गड्ढा मुक्ति व संचारी रोग अभियान की समीक्षा बैठक कर विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में लोक निर्माण विभाग, मंडी परिषद व नगर निगम द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी गयी। लोक निर्माण विभाग द्वारा बताया गया कि शहर में सड़कों को 95 फीसदी तक पैचलेस कर लिया गया है। मंडी परिषद, जिला परिषद व नगर निगम द्वारा किये गए कार्यों की भी जनकारी बैठक में दी गयी। संचारी रोग अभियान की समीक्षा के दौरान मलेरिया, डेंगू, मियादी बुखार, कालाजार के संबंध में मुख्य विकास अधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा पिछले वर्षों के तुलना में हुए सुधारों का आंकड़ा प्रस्तुत किया गया। नगर आयुक्त द्वारा हॉटस्पॉट क्षेत्रों में चिन्हित नगवा जैसे क्षेत्र में फॉगिंग, क्लोरिनेशन, साफ-सफाई की जानकारी दी गयी। बैठक में बताया गया कि दस्तक अभियान के टारगेट को लगभग 100 फीसदी पूरा कर लिया गया है। मंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत कोई मजरा, पुरवा न छूटने पाये इसका विशेष ध्यान दिया जाये। सिचाई विभाग से चारों लिफ्ट पंप कैनाल की विस्तृत जानकारी देने को कहा गया ताकि कमी को दूर किया जा सके और किसानों के खेत तक पानी पहुँच सुनिश्चित की जा सके। किसानों के साथ कोई धोखा न होने पाये। कुम्भ की समीक्षा के तहत 25 तारीख तक गंगा में कोई नाला न गिरने पाये इसका भी विशेष ध्यान दिया जाये। वरुणा किनारे मौजूद सिंचाई विभाग की जमीन की जानकारी देने को कहा गया ताकि उसको अतिक्रमण मुक्त कराया जा सके। बैठक में कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव, अजगरा विधायक टी राम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी संदीप चौधरी समेत विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

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