वाराणसी से पुरुषोत्तम चतुर्वेदी
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की महाशक्ति बनेगा और विश्व कल्याण का नेतृत्व करेगा-मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश
देश के 135 करोड़ लोग मिलकर कार्य करें तो भारत शीघ्र ही विश्व का पहला अर्थव्यवस्था बन जाएगा-सीएम योगी
वैश्विक मंच पर भारत के महापुरुषों व महान विभूतियों को जो पहचान आज मिल रहा है
‘सबका साथ सबका विश्वास’ का मंत्र 135 करोड़ जनता के विश्वास का प्रतीक बना है-मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ
अहिल्याबाई ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण कराया, महाराजा रणजीत सिंह ने इसे स्वर्ण मंडित कराया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका विस्तार कर मां गंगा का बाबा से मिलन कराया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैर्टफेल्ट द लिगेसी ऑफ फेथ व एनआईडी फाउंडेशन, नई दिल्ली द्वारा आयोजित ‘सद्भावना वाराणसी अध्याय’ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत किये
नरेन्द्र मोदी के जीवन पर आधारित पुस्तक मोदी@20 ड्रीम्स डिलीवरी एवं पुस्तक हार्टफेल्ट दी लिगेसी आफ फेथ को विमोचन किया
मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ मंदिर एवं काल भैरव मंदिर में दर्शन पूजन कर लिया आशीर्वाद वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों का आह्वान करते हुए कहां कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' बनाने के लिए सभी को सहभागी बनना होगा। निश्चित रूप से आने वाले समय मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की महाशक्ति बनेगा और विश्व कल्याण का नेतृत्व करेगा। भारत ने ब्रिटेन को पछाड़कर दुनिया की चौथी अर्थव्यवस्था बनी है, शीघ्र ही यह दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने वाला है। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि यदि देश के 135 करोड़ लोग मिलकर कार्य करें तो भारत शीघ्र ही विश्व का पहला अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने एक दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को 101 वीं बार वाराणसी पहुंचे। भगवान बुद्ध की उपदेश स्थली सारनाथ स्थित बुद्धा थीम पार्क सभागार में हैर्टफेल्ट द लिगेसी ऑफ फेथ व एनआईडी फाउंडेशन, नई दिल्ली द्वारा आयोजित 'सद्भावना वाराणसी अध्याय' कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत किये। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत दुनिया में एक बहुत बड़े ताकतवर देश के रूप में उभर रहा हैं। यह सौभाग्य की बात है कि देश का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में हैं। जिन्होंने वैदिक उद्घोष को अपने जीवन का हिस्सा बनाया है। उन्होंने कहा कि एक नेता एक लंबे समय तक जन विश्वास को कायम नहीं रख सकता। यह चुनौती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो कहते हैं, वही करते हैं और जो भी कहते हैं, वही बोलते हैं। 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने 'सबका साथ सबका विश्वास' की घोषणा की थी। इससे बड़ा सद्भावना और क्या हो सकता है। निःशुल्क आवास, स्वास्थ्य सुविधाएं, रोजगार के अवसर, बैंकों में जनधन खाता खोलने अन्य सरकारी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के सभी लोगों को प्राप्त हुआ और मिल रहा है। इसमें कोई जात-पात, धर्म और समुदाय को नहीं देखा गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा कि अहिल्याबाई ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण कराया, महाराजा रणजीत सिंह ने इसे स्वर्ण मंडित कराया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका विस्तार कर मां गंगा का बाबा श्री विश्वनाथ से मिलन कराया। वैश्विक मंच पर भारत के महापुरुषों व महान विभूतियों को जो पहचान आज मिल रहा है, पूर्व में संभव नहीं रहा। भगवान राम सर्किट व कृष्ण सर्किट का कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि 'सबका साथ सबका विश्वास' का मंत्र भी सद्भावना का ही मंत्र है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 135 करोड़ जनता के विश्वास का प्रतीक बना है। इससे पूर्व उन्होंने नरेन्द्र मोदी के जीवन पर आधारित डा. भरत बराई द्वारा लिखित पुस्तक मोदी@20 ड्रीम्स डिलीवरी एवं सतनाम सिंह चीफ फेड्रल एनआइडी फाउंडेशन की ओर से प्रस्तुत की गई पुस्तक हार्टफेल्ट दी लिगेसी आफ फेथ को विमोचन किया। इससे पूर्व उन्होंने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वविद्यालय के चांसलर द्वारा काशी के आर्थिक रूप से कमजोर एवं मेधावी सिख छात्रों को चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में प्रवेश लिये जाने पर 64 करोड़ रुपये की दिये जाने वाली छात्रवृत्ति कार्यक्रम शुरूआत की। इस अवसर पर उन्हें सिरोपा भेंट किया गया।
कार्यक्रम में पंजाब निर्मल संप्रदाय के कमलजीत सिंह, पातालपुरी के महंत बालक दास जी, स्वामी कृष्णानंद शास्त्री, संकट मोचन के महंत विश्वंभर नाथ मिश्र, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत, स्वामी कृष्णानंद शास्त्री सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया। मुख्यमंत्री का स्वागत कार्यक्रम संयोजक एवं अध्यक्ष सिंधु पैट्रन, एनआईडी फाउंडेशन सतनाम सिंह संधू ने किया।
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, अध्यक्ष जिला पंचायत किरण मौर्य, महापौर मृदुला जायसवाल, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, विधायक टी0राम, कमिश्नर कौशल राज शर्मा सहित काशी के प्रबुद्धजन, महंत एवं पंजाब, दिल्ली, मुंबई, नेपाल के प्रबुद्धजन भी शामिल हुए।
तत्पश्चात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 89 वीं बार श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं काशी के कोतवाल काल भैरव मंदिर में विधिवत दर्शन पूजन किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कॉरिडोर को भी देखा और मंदिर में आने वाले भक्तों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराए जाने हेतु मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देशित किया।
काशी में योगी का शतक पार, शनिवार को 101वीं बार आये
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का काशी के प्रति विशेष लगाव है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र होने के चलते उनका लगाव और भी बढ़ गया। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के चलते वह हर
माह कम से कम दो बार काशी आए। 88 बार बाबा विश्वनाथ दरबार में हाजिरी लगा दर्शन-पूजन किया और निर्माण कार्य की समीक्षा की। बतौर मुख्यमंत्री उन्होंने 68 महीने के कार्यकाल में 100 बार काशी का दौरा किया।
बनारस विकास का “मॉडल” यूं ही नहीं बन गया, इसके पीछे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वाराणसी की धुआंधार यात्रा रही है। मुख्यमंत्री योगी औसतन महीने में एक बार या फिर कभी-कभी दो बार काशी की यात्रा जरूर करते हैं। मुख्यमंत्री योगी प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट श्री काशी विश्वनाथ धाम के नव्य व भव्य स्वरूप के नवनिर्माण की पहली से आखरी ईंट तक के गवाह रहे हैं। इतना ही नहीं वाराणसी के अपने दौरों को विकास और कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक तक ही सीमित नहीं रखते हैं बल्कि हर विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करते हैं, जिससे जनता से जुड़े विकास के काम अपने तय समय और गुणवत्ता के साथ पूरे हों। सीएम सनातन नगरी के कायाकल्प में शहर की पौराणिक पहचान को कायम रखने के लिए हर योजना पर स्वंय पैनी नजर रखते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वर्ष 2017 में 6 बार, वर्ष 2018 में 22 बार, वर्ष 2019 में 23 बार, वर्ष 2020 में 13 बार, वर्ष 2021 में 23 बार, वर्ष 2022 में 11 अक्टूबर तक 13 बार काशी का भ्रमण कर चुके हैं। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 26 मई 2017 से लेकर 11 अक्टूबर 2022 तक 89 बार बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा की पूजा अर्चना की है।