वाराणसी।निःशुल्क मोबाइल मानसिक सेवाओं का उद्घाटन।
आज देवा फाउंडेशन की मोबाइल मानसिक स्वास्थ्य उपचार बस का उद्घाटन श्री दया शंकर मिश्रा, आयुष राज्य मंत्री और एफडीए, यूपी सरकार द्वारा किया जा रहा है। यह एक लंबा सपना था जो अब हकीकत बन रहा है।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, हमारी लगभग 15% आबादी एक या एक से अधिक प्रकार की मनोवैज्ञानिक/व्यवहार संबंधी समस्या से पीड़ित है। यह वास्तव में हमारी आबादी को देखते हुए एक बड़ी संख्या है। सीमित संसाधनों के कारण समस्या बहुत गंभीर है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि हमारे अधिकांश लोग ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में रहते हैं और उनके पास चिकित्सा उपचार सुविधाओं तक उचित पहुंच नहीं है। शहरी क्षेत्रों और शहरों की तुलना में आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में उपचार सुविधाएं अच्छी तरह से विकसित नहीं हैं।
मानसिक रोगों को आज भी शर्म की बात माना जाता है और इसके प्रति जागरूकता सीमित है। यह इस वजह से है कि अधिकांश पीड़ित इलाज के लिए आगे नहीं आते हैं और वे पीड़ित होते रहते हैं और बहुत ही खराब जीवन जीते हैं। यह राष्ट्र के लिए बहुत बड़ी क्षति है क्योंकि उनमें से अधिकांश बहुत उत्पादक हो सकते हैं और उन्हें मुख्य धारा में लाया जा सकता है।
पूरी तरह से विकसित और विशेष रूप से डिजाइन की गई बड़ी बस में मोबाइल मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इस बस में चिकित्सा पेशेवरों के लिए चार सीटें, तीन परामर्श कक्ष, एक परीक्षा कक्ष, एक शौचालय, एक पेंट्री, एक बार में 6 रोगियों के लिए प्रतीक्षा क्षेत्र, फार्मेसी, पचास चीर, दो टेंट, स्पीकर, माइक, प्रोजेक्टर, जनरेटर और टेलीविजन हैं। यह पूरी तरह से वातानुकूलित है। यह बस प्रतिदिन 500-600 किमी से अधिक दौड़ सकती है। यह उत्तर प्रदेश राज्य में अपनी तरह की पहली सेवा है।
वर्तमान स्थिति में यह बस दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले गरीब और वंचित मानसिक रूप से बीमार रोगियों और विशेष रूप से जिनके पास इलाज के लिए शहरों की यात्रा करने का साधन नहीं है, के लिए बहुत उपयोगी होगी। इलाज के अलावा इस सेवा का मुख्य उद्देश्य मानसिक बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और शिक्षा देना है। इसमें ग्राम प्रधान और संबंधित अन्य जैसे ग्राम स्तर पर विभिन्न हितधारकों को भी शामिल किया जाएगा।
डॉ मोहिनी झँवर ने मुख्य अथिथि का स्वागत किया एवं डॉ वेणु गोपाल झँवर ने बस और इसकी कार्य प्रणाली के बारे में सबको बताया।
उद्घाटन समारोह में हमारे शहर के विभिन्न महत्वपूर्ण लोगों ने भाग लिया। इनमे से मुख्य रूप से श्रीमती निर्मला झँवर, श्री राम जी माहेश्वरी, अनिल झँवर, यतीन्द्र कथूरिया, डॉ हेमंत गुप्ता, गौरव राठी डॉ मोनिका गुप्ता, मनीष दुज़ारी, गिरिराज कोठारी कौशल मिश्रा इंद्रदेव मिश्रा अरुण पांडे सौरभ मिश्रा इत्यादि। सम्बल की २०० छात्रा भी थी एंड देवा इन्स्टिटूट और फ़ाउंडेशन के सभी लोग थे।