पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी।प्रधानमंत्री सीएनजी से संचालित होने वाली 500 नावों को राष्ट्र को समर्पित किया।भारत में स्वच्छ ईंधन से नावों के संचालन हेतु भारत सरकार की एक अनूठी पहल वाराणसी। पवित्र नदी गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए एक दूरगामी कदम के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अपने काशी आगमन पर पेट्रोल और डीजल से पर्यावरण अनुकूल ईंधन कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) में रूपांतरित 500 नावों को राष्ट्र को समर्पित किया। इन नावों को यहां नमो घाट पर गेल (इंडिया) लिमिटेड द्वारा निर्मित भारत का पहला फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन से सीएनजी की आपूर्ति की जा रही है।गेल की निगमित सामाजिक दायित्व पहल के अंतर्गत वाराणसी नगर निगम (वीएनएन) के सहयोग से पेट्रोल/डीजल से संचालित होने वाली नावों का रूपांतरण कर इन्हें सीएनजी से संचालन हेतु भी सक्षम बनाया गया। वाराणसी नगर निगम द्वारा वाराणसी स्मार्ट सिटी को इस परियोजना के समन्वयक के रूप में नियुक्त किया गया है, जबकि मेकॉन लिमिटेड सीएनजी से संचालन हेतु नावों के रूपांतरण के लिए इंजीनियरिंग और परामर्शदायी सेवाएं प्रदान कर रहा है। पवित्र शहर वाराणसी की यात्रा के दौरान पर्यटकों द्वारा गंगा नदी के विभिन्न घाटों पर मौजूद नावों का उपयोग किया जाता है। हालांकि, पारंपरिक ईंधन का रिसाव और उत्सर्जन एक मुख्य समस्या का विषय है, जो गंगा नदी के पानी की गुणवत्ता और समुद्री जीवन को प्रभावित करता है। सीएनजी रूपांतरण से न केवल प्रदूषण कम होगा बल्कि ईंधन पर होने वाली बचत से नाविकों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। अब तक 500 नावों को सीएनजी में रूपांतरित किया जा चुका है तथा अन्य नावों को भी स्वच्छ ईंधन द्वारा संचालित किए जाने हेतु रूपांतरण का कार्य तीव्र गति से चल रहा है।