उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक ने परखी सुरक्षा व्यवस्था

पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट

सावन के श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्था का ध्यान रखें प्रशासन

श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक व्यवस्था करने के दिए निर्देश

वाराणसी।श्री काशी विश्वनाथ धाम में पहली बार श्रद्धालु सावन माह में गंगा घाट से प्रवेश कर बाबा को जल चढ़ा सकेंगे। इसके लिए मुख्य सचिव श्री दुर्गाशंकर मिश्र और पुलिस महानिदेशक श्री देवेंद्र सिंह चौहान ने रविवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम का निरीक्षण किया और बैठक कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
मुख्य सचिव दोपहर करीब 3 बजे जल मार्ग से ललिता घाट पहुंचे जहां से वह घाट की व्यवस्था को देखते हुए धाम में प्रवेश किए। श्रद्धालुओं के आने जाने के मार्ग और उनके लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं पर अधिकारियों से जानकारी मांगी। निरीक्षण के पश्चात दोनों उच्चाधिकारियों ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में जाकर बाबा का विधि विधान से पूजन अर्चन किया। पूजन अर्चन करने के पश्चात दोनों अधिकारियों ने प्रदेशवासियों की कल्याण की कामना की। पूजन के बाद दोनों अधिकारी धाम में स्थित मीटिंग हॉल में गए जहां पर उन्होंने पुलिस और प्रशासन से अलग-अलग व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। मंडल आयुक्त श्री दीपक अग्रवाल ने बताया कि पहली बार श्री काशी विश्वनाथ धाम में सावन माह में श्रद्धालु गंगा जल लेकर बाबा का जलाभिषेक कर सकते हैं। इसके अलावा पूर्व की व्यवस्था भी लागू रहेगी मंदिर परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं को पेयजल, मैटिंग के अलावा उनको सुगमता से दर्शन हो सके इसके लिए मंदिर प्रशासन द्वारा विशेष प्रबंध किया जाएगा। मंडलायुक्त ने बताया कि गोदौलिया मैदागिन दशाश्वमेध व गंगा घाट से आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए आने जाने का मार्ग तय कर दिया गया है। इसमें जो जिस मार्ग से प्रवेश करेगा दर्शन करने के पश्चात वह उस मार्ग की ओर ही निकल जाएगा। इसके बाद पुलिस कमिश्नर श्री ए सतीश गणेश ने विश्वनाथ मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए की गई सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिस जिस मार्ग से श्रद्धालुओं को आना है उस मार्ग को श्रद्धालुओं के लिए ही तय कर दिया जाएगा इसके अलावा जगह-जगह पीए सिस्टम लगा कर सुविधा केंद्र, सहायता केंद्र बनाए जाएंगे। इसके अलावा शहर के अन्य शिव मंदिरों में भी सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया जाएगा। मुख्य सचिव ने कहां की सावन माह में न केवल वाराणसी बल्कि आसपास के जिले और दूरदराज से भी लोग बाबा विश्वनाथ के यहां जल अर्पित करने आते हैं ऐसे में अन्य जिलों से आने वाले श्रद्धालुओं की व्यवस्था भी की जाए इसके लिए आसपास के सभी जिलों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर सावन माह की तैयारियां कर ली जाए। प्रयागराज से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एनएचएआई को पत्र लिखकर एक उनके लिए अलग मार्ग तय किए जाएं ताकि उस पर वाहनों का आवागमन ना हो सके। जगह जगह कावड़ियों के रुकने वाले स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान रखा जाए। बारिश का मौसम होने के चलते श्रद्धालुओं को शुद्ध पेयजल और अन्य व्यवस्थाएं भी की जाय। इसके लिए उन्होंने जगह-जगह मेडिकल टीम की तैनाती और सहायता केंद्रों को बनाने पर जोर दिया। पुलिस महानिदेशक ने सावन माह में आने वाली महिला श्रद्धालुओं की व्यवस्था के लिए रूटों पर महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती और उनकी सुरक्षा व्यवस्था के लिए विशेष इंतजाम करने का निर्देश पुलिस विभाग के अधिकारियों को दिए। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को लेकर मुख्य सचिव ने जानकारी मांगी। इस पर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि जून माह में एवरेज प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालु मंदिर में दर्शन पूजन कर रहे हैं इसमें शनिवार रविवार सोमवार सवा लाख से डेढ़ लाख की संख्या रह रही है बाकी अन्य दिनों में 80 से 90 हजार 95 हजार श्रद्धालुओं की संख्या होती है। वही जुलाई के 2 दिनों में यह संख्या प्रतिदिन के हिसाब से एक से सवा लाख हो गई है। इस हिसाब से अगर देखा जाए तो सावन में सोमवार के दिन श्रद्धालुओं की संख्या 6लाख के पार होने की संभावना है। वहीं अन्य दिनों में ढाई से 3 लाख श्रद्धालु प्रतिदिन विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन करेंगे। उन्होंने बताया कि इन श्रद्धालुओं में अब तक 40% श्रद्धालु गंगा घाट की तरफ से मंदिर में प्रवेश कर रहे हैं बाकी अन्य सड़क मार्गों से और अन्य द्वारों से मंदिर में दर्शन पूजन करने आ रहे हैं। ऐसे में धाम में श्रद्धालुओं के लिए टेंट, मेटिंग कूलर पंखे और आर ओ वाटर उपलब्ध कराने की तैयारी कर ली गई है। सावन को लेकर आयोजित इस बैठक में जिलाधिकारी श्री कौशल राज शर्मा वी डी ए वी सी ईशा दुहन अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री निखिलेश मिश्रा सहित जिले के बड़ी संख्या में पुलिस और प्रशासन के अधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।

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