गंगा दशहरा महोत्सव-2022 का भव्य आयोजन

पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट

वाराणसी ।वाराणसी में गंगा सेवा निधि द्वारा स्वच्छ गंगा, स्वच्छ काशी, स्वच्छ भारत व पर्यावरण संरक्षण को संकल्पित और गंगा दशहरा महोत्सव-2022 का भव्य आयोजन किया गया।
(09 जून 2022, गुरूावार, ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष, दशमी संवत् 2079) माँ गंगा जब आकाश से उतरती है, वह दृश्य अद्भुत है

कोहि भानुगति गर्व खर्व करि धाई गंगा।
पिता गेह तजि व्योमवीथि मघि आई गंगा।।
ठितकि एक छिन गगन-मध्य मुसकाई गंगा।
चितै शंभु, निजगति की बात सुनाई गंगा।।

दैनिक माँ गंगा की आरती में गंगा सेवा निधि द्वारा चलाये जा रहे अनवरत एक संकल्प गंगा किनारे जिसके माध्यम से हम गंगा के इस तट पर सभी श्रद्धालुओं को प्रतिदिन यह संकल्प दिलाते हैं कि वो गंगा, घाट व सम्पूर्ण भारतवर्ष को स्वच्छ रखेगें, आज हमारे इस प्रयत्न को पाँच वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि हमारा यह संकल्प अभियान निश्चित ही भारतवर्ष को स्वच्छ रखने में एक अनोखी पहल साबित होगी।32 वर्षों से गंगा सेवा निधि द्वारा स्वच्छ गंगा, स्वच्छ काशी, स्वच्छ भारत व पर्यावरण संरक्षण को संकल्पित और समर्पित गंगा दशहरा महोत्सव का भव्य आयोजन 09 जून 2022, गुरूवार सायंकाल 6ः00 बजे से दशाश्वमेध घाट पर हुआ। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश, माननीय मुख्य जिला न्यायधीश, वाराणसी एवं अभ्यागत अतिथियों द्वारा गंगा सेवा निधि के संस्थापक स्मृति शेष स्व0 पं0 सत्येन्द्र मिश्र के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया।संस्था के सदस्य श्री सुशान्त मिश्र, श्री इन्दुशेखर शर्मा द्वारा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि . डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश माननीय मुख्य जिला न्यायधीश, वाराणसी का अंगवस्त्रम्, रूद्राक्ष की माला एवं स्मृति चिन्ह द्वारा स्वागत किया गया ।कार्यक्रम अध्यक्ष ब्रिगेडियर राजीव नाग्याल एसएम.वीएसएम, कमॉडेण्ट, 39 जी.टी.सी., वाराणसी का स्वागत श्री आषीश तिवारी, श्री सुरजीत द्वारा अंगवस्त्रम्, रूद्राक्ष की माला एवं स्मृति चिन्ह से किया गया। कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री भारतेंद्र सिंह, माननीय मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, वाराणसी, का स्वागत श्री अंजनी कुमार पाण्डेय, श्री पंकज अग्रवाल द्वारा किया गया, श्री रविन्द्र जायसवाल, माननीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्टाम्प तथा न्यायालय षुल्क, पंजीयन, उत्तर प्रदेश सरकार,लखनऊ, का स्वागत श्री कैलाष प्रकाष मौर्या , श्री अरूण अग्रवाल, श्री पी.के मोहन्ती, माननीय लोकायुक्त, भारत सरकार, नई दिल्ली का स्वागत श्री आषीश तिवारी, श्री इन्दू शेखर शर्मा द्वारा किया गया। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित श्री सौरभ श्रीवास्तव , माननीय विधायक (कैट) का सम्मान श्री सुरजीत, श्री चन्द्र भूशण कुमार सिंह, माननीय महाप्रबन्धक, भारतीय स्टेट बैंक, वाराणसी,. श्री जितेन्द्र नाथ सिंह , श्री सिद्धार्थ श्रीवास्तव, द्वारा किया गया, श्री भरत सिंह फोनिया, माननीय क्षेत्रिय प्रबन्धक, बैंक आफ इण्डिया, वाराणसी,का स्वागत संस्था के श्री प्रमोद कुमार गुप्ता , श्री विनोद श्रीवास्तव, द्वारा किया गया, श्री सुनील कुमार माननीय उप-महाप्रबन्धक, यूनियन बैंक आफ इण्डिया, वाराणसी का स्वागत संस्था के, श्री प्रेम मिश्र , श्री रविषंकर सिंह द्वारा किया गया।

कार्यक्रम के अगले चरण में संस्था के अध्यक्ष श्री सुशान्त मिश्र द्वारा अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि काशी में माँ गंगा अपने में एक ऐसा तरंग पैदा करती है जिससे पानी में घुला हुआ मीट्टी व बालू अपने आप अलग हो जाते है। निरर्थक बालू उसपार फेकती है और सार्थक मिट्टी काषी को आषीश के रूप में देती है। जो वस्तुतः जीवन का संदेष है। अतीत के वर्शों में भी गंगा सेवा निधि माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द मोदी जी के स्नेह छाया में रहा हैं जब भी वाराणसी के सांसद भारत के माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द मोदी जी को अवसर उपल्बध हुआ वह स्वयं गंगा पूजन एवं आरती में उपस्थित हुए। इस वर्ष उनके स्नेह के कुछ शब्द गंगा दशहरा के महापर्व पर हमें उपलब्ध हुआ है चूँकि पत्र में कुछ सार्वजनिक संकल्पों की बात है इस लिए हम इसे आप समस्त जनों के सम्मुख वाचन करेंगे ताकि इन संकल्पों को हम दृडता के साथ आगे बढ़ा सकें
गंगा सेवा निधि इस दिवस का भव्यता के साथ पालन करने हेतु आज से 3 दशक काल पूर्व गंगा दशहरा महोत्सव की परीकल्पना की थी। कालकर्म में हमारे संस्थापक अध्यक्ष स्मृतिशेष पं0 सत्येन्द्र मिश्र जी की इच्छा शक्ति एवं शुभ संकल्पों ने क्रमावत प्रेरित किया है आज की इस महती आयोजन के मुख्य अतिथि डॉ. अजय कृश्ण विष्वेषा, माननीय मुख्य जिला न्यायधीश, वाराणसी कार्यक्रम कि अध्यक्षता कर रहे ब्रिगेडियर राजीव नाग्याल एसएम.वीएसएम, कमॉडेण्ट, 39 जी.टी.सी., वाराणसी तथा अन्य समस्त विशिष्ट अतिथियों का मैं गंगा सेवा निधि परिवार की ओर से हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन करता हूं।तत्पश्चात् कार्यक्रम अध्यक्ष ब्रिगेडियर राजीव नाग्याल एसएम.वीएसएम, कमॉडेण्ट, 39 जी.टी.सी., वाराणसी द्वारा अध्यक्षिय उद्बोधन दिया गया। तत्पश्चात् कार्यक्रम के मुख्य अतिथि . डॉ. अजय कृश्ण विष्वेषा, माननीय मुख्य जिला न्यायधीश, वाराणसी द्वारा आर्शीवचन दिया गया।

एक संकल्प गंगा किनारे (पाँच वर्ष हुआ पूर्ण)…

विशेष माँ गंगा की आरती
मुख्य अतिथि, कार्यक्रम अध्यक्ष एवं विशिष्ट अतिथियों का गंगा सेवा निधि के 11 अर्चको द्वारा भगवती माँ गंगा का वैदिक रीति से पूजन कराया गया। इसी क्रम में संस्था के 11 अर्चको एवं रिद्धी-सिद्धी के रूप में 22 कन्याओं (दुर्गाचरण गर्ल्स इण्टर कालेज) द्वारा भव्य भगवती माँ गंगा की महाआरती का आयोजन किया गया। 5100 दीपमालाओं व दशाश्वमेध घाट को भव्य रूप से द्वारा सजाया गया। व घाटों पर फैली दीपों की रोशनी देश-विदेश से आये हजारों सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र बनी रही।

सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रारम्भ माँ गंगा की अवतरण पर प्रस्तुती राहुल मुर्खजी, के सानिघ्य में श्री ईशान चौधरी, श्री ईशान चौधरी, सुश्री हेमानगी, पलक,, संचीता, कुशुकी, तुशीका, तोशीता द्वारा प्रस्तुत किया ।सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अंकिता खत्री एवं उत्कर्ष सहत्रबुद्धे द्वारा किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन सुरजीत कुमार सिंह, सचिव ने किया। कार्यक्रम में विशेष रूप इन्दू शेखर शर्मा, सुरजीत, हनुमान यादव ,पंकज अग्रवाल, आशीष तिवारी, श्री अंजनी कुमार पाण्डेय, जितेन्द्र नाथ सिंह, सिद्धार्थ श्रीवास्त प्रमोद कुमार गुप्ता, मनीश सोनी, विनोद श्रीवास्तव, अरूण अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।

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