पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
- 60 किलोग्राम लगाया गया स्वर्ण
- स्वर्ण को बचाने के लिए मंदिर के गर्भगृह में लगाया गया एक्रेलिक शीट।
वाराणसी।श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में स्वर्ण लगाने का कार्य गुरुवार को पूर्ण हो गया। लगभग 60 किलो सोने की परत मंदिर के गर्भ गृह और बाहर की दीवारों पर लगाया गया। वही चारों दरवाजों के चौखट और पत्थरों पर स्वर्ण की परत चढ़ाई गई।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि एक दानदाता द्वारा मंदिर परिसर में स्वर्ण लगाने की इच्छा जताई गई, जिसकी अनुमति लेकर यह कार्य शुरू कराया गया। पहले चरण में यह कार्य मंदिर के गर्भ गृह के अंदर की दीवारों पर वही छत में बने श्रीयंत्र को भी स्वर्ण मंडित किया गया जो फरवरी-मार्च तक पूर्ण कर लिया गया था। इसके बाद द्वितीय चरण का कार्य हुआ, जिसमें मंदिर के बाहरी दीवारों और चौखट पर स्वर्ण मंडन का कार्य शुरू हुआ, जो गुरुवार को पूर्ण कर लिया गया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि गर्भगृह के अंदर लगी दीवार के स्वर्ण को छतिग्रस्त होने से बचाने के लिए एक्रेलिक शीट (पारदर्शी प्लास्टिक) की सीट लगाई गई है, ताकि स्वर्ण को छतिग्रस्त होने से बचाया जा सके।