नौजवानों को बेरोजगार रखना कहां का राष्ट्रवाद है- प्रियंका गांधी

जनता को कमजोर बनाना, कैसा राष्ट्रवाद- प्रियंका गांधी

खोखले राष्ट्रवाद को पेश कर रही भाजपा- प्रियंका गांधी

जनता के मुद्दों पर लड़ूंगी, उत्तर प्रदेश का साथ नहीं छोड़ूंगी- प्रियंका गांधी

लखनऊ। 2022 विधानसभा चुनावों की अंतिम जनसभा में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी गाजीपुर में आयोजित में भरी हुंकार। उत्तर प्रदेश के राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यह लोग विकास की बात नहीं करते, जनता के मुद्दे नहीं उठाते हैं। उन्होंने कहा कि जबतक उत्तर प्रदेश की राजनीति में सही और सच्चा बदलाव नहीं होता, मैं उत्तर प्रदेश का साथ छोडूंगी नहीं और जनता के मुद्दों की लड़ाई लड़ती रहूंगी। जनसभा के बाद उन्होंने जौनपुर में कांग्रेस उम्मीदवार नदीम जावेद के समर्थन में आयोजित रोडशो में लोगों से कांग्रेस को वोट देने की अपील की।

जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा कि तीन साल पहले जब मैं प्रभारी बनकर उत्तर प्रदेश में आई, तब पार्टी के कुछ बड़े नेता जो आज पार्टी छोड़ चुके हैं, वह मेरे पास आए। उन्होंने कहा कि अरे यहां से निकल जाइए, उत्तर प्रदेश में कुछ नहीं मिलने वाला है, यहाँ तो संघर्ष ही संघर्ष है। यहां कांग्रेस पार्टी तो है ही नहीं, आप नेतृत्व से बात करिए आपको यहां से निकालकर कहीं और भेज दें। मैंने अपने भाई तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से बात की, उन्होंने कहा, प्रियंका उत्तर प्रदेश जाओ और संघर्ष करो, याद रखो जहां लोगों को दुःख है, अत्याचार हो रहा है, वहां जाकर जनता के मुद्दों की लड़ाई लड़ो।

उन्होंने कहा कि मैं आपके बीच आई, सोनभद्र में 13 आदिवासियों का नरसंहार हुआ था, मैं वहां गई, मैंने देखा कि पुलिस-प्रशासन ने भूमाफिया की मदद कर दी, लेकिन आदिवासियों को बचाने कोई नहीं आया। इसी तरह उन्नाव, हाथरस, लखीमपुर हर जगह पीड़ितों ने यही कहा कि पुलिस तो हमी पर दबाव डाल रही है। हमारी लड़ाई कौन लड़ेगा? मारे गए किसानों के परिवारों पर पुलिस ने दबाव डाला। आगरा में अरुण वाल्मीकि के परिवार को प्रताड़ित किया और उसे थाने में मार डाला। ऐसी घटनाएं होती रहीं और प्रदेश सरकार सोती रही। उत्तर प्रदेश में जहां भी अन्याय हुआ गई, कांग्रेस ने न्याय की लड़ाई लड़ी। मैंने समझ गई कि उत्तर प्रदेश में बहुत गड़बड़ है, यहाँ की राजनीति कहीं भटक गई है। जिस प्रदेश में सबसे ज्यादा नौजवान हैं, सर्वाधिक ऊर्जा है, हुनर है, वहां की हालत इतनी ख़राब कैसे है। दरअसल यहां के राजनीतिक दल, बसपा, सपा, भाजपा जनता के क्या मुद्दे उठाते हैं? बसपा और सपा सिर्फ जाति की बात कर रही हैं। भाजपा सिर्फ जाति और धर्म की बात कर रही है। नौजवान बेरोजगार हैं। भर्तियों में घोटाला हो रहा है। युवाओं के भविष्य बर्बाद हो रहे हैं। दूसरी तरह 12 लाख सरकारी पद खाली हैं। प्रधानमंत्री कहते हैं कि उनको आपकी समस्याएं ही मालूम नहीं है। देश प्रदेश की जानकारी रखते हैं, पर उन्हें यह नहीं मालूम है कि महंगाई चरम पर है, छुट्टा जानवरों से लोग परेशान हैं, बेरोजगारी चरम पर है। यह ऐसे लोगों है जो आपसे वोट लेकर सत्ता में रहेंगे, लेकिन आपके रोजगार, आपको सक्षम करने, सशक्त करने की बात नहीं करते हैं। यह अच्छी तरह समझ गए हैं कि वोट और सत्ता जाति-धर्म के आधार पर मिलेगी।

भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इनकी नीति क्या है? इनकी नीति यही है कि ये आपको गरीब रखेंगे। नोटबंदी और जीएसटी लाए। राष्ट्रवाद के नाम पर आपको लाइन में लगा दिया। आपका व्यापार नष्ट हो गया, लेकिन कोई काला धन नहीं आया। अचानक हुए लॉकडाउन में बड़े उद्योगपति फलते फूलते रहे, लेकिन आपका सब नष्ट हो गया। किसान मेहनत करता है लेकिन उसके लिए कुछ नहीं किया। छत्तीसगढ़ में गेहूं-धान का 2,500 मिलता है लेकिन यहां आपको 1,200 मिलता है। किसान के लिए ये जितनी नीतियां लाए, किसानों का सिर्फ नुकसान हुआ। काले कानून लाए जिसमें लिख दिया कि आपका हक कोई और छीनेगा। ऐसा कानून बनाया कि आप उद्योगपतियों के खिलाफ कचहरी नहीं जा सकते। आपके साथ अन्याय हो तो आप डीएम के यहां नहीं जा सकते। आपसे आपका हक छीनने का कानून लाए। वही राष्ट्रवादी प्रधानमंत्री जो दुनिया घूम आए, वहीं किसान महीनों तक सड़क पर रहे लेकिन प्रधानमंत्री ने निकलकर बात नहीं की। यह कैसा राष्ट्रवाद है कि आप किसानों की समस्या सुनते तक नहीं? यह कैसा राष्ट्रवाद है कि आपके मंत्री के पुत्र ने किसानों को कुचल डाला और वह मंत्री आपके साथ मंच पर खड़ा होता है? यह कैसा राष्ट्रवाद है कि आधी आबादी को एक बोरा राशन और एक गैस सिलेंडर थमा दिया, लेकिन उनको सशक्त, शिक्षित करने के लिए कोई योजना नहीं बनाई।

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि यह कैसा राष्ट्रवाद है कि जो किसान का बेटा सीमा पर तैनात है उसके साथ आप विश्वासघात कर रहे हैं। यह खोखला राष्ट्रवाद है। यह राजनीतिक मंचों का राष्ट्रवाद है। कांग्रेस ने रोजगार देने वाले जितने संस्थान बनाए थे, सब इन्होंने अपने मित्रों को बेच डाली। बड़ी-बड़ी संस्थाएं बेच डाली तो रोजगार कहां से देंगे? जो सरकार देश के नौजवानों को रोजगार नहीं देती वह अपने को राष्ट्रवादी नहीं कह सकती। राष्ट्रवादी होने के लिए जिन शहीदों ने देश के लिए अपना खून दिया है, उन्हें गाली देने की हिम्मत नहीं होनी चाहिए। ये ऐसे राष्ट्रवादी है जो स्वतंत्रता सेनानियों को गाली दे रहे हैं, उनकी शहादत पर सवाल उठा रहे हैं। ये ऐसे राष्ट्रवादी हैं।

उन्होंने कहा कि मेरे पिता प्रधानमंत्री थे, लोग उनसे सवाल करते थे, अपनी समस्याओं के समाधान के बारे में उनसे बात करते थे। भाजपा ने लोकतंत्र को पलट दिया है, प्रधानमंत्री सिर्फ चुनावी मंचों से जनता को दिखते हैं। और कहते हैं कि आप पर उन्होंने बहुत बड़ा एहसान किया है, आप को एक बोरा राशन पकड़ा दिया है, एक गैस सिलिंडर दे दिया है। वह कहते हैं कि जनता ने मोदी जी का नमक खाया है। हमने टोका, तो अब अपना बयान बदल दिए। लेकिन मानसिकता तो दिख गई। आज नेता सोचता है कि उसको उखाड़ने वाला जनता में है ही नहीं, वह जनता को ही गुमराह कर रहे हैं। इसे बदलिए। नेता को भगवान नहीं बनाते। नेता भगवान नहीं हैं, इंसान हैं। और इंसान को अगर बेलगाम सत्ता दे दो, उसे एहसास हो जाए कि उसकी कोई जिम्मेदारी नहीं है तो वह बेलगाम हो जाता है। वो यह भूल जाता है कि यह सत्ता आपकी है जिसे आपने उसे उधार दिया है। यह अपनी सत्ता साधने के लिए आपके जज्बातों का उपयोग कर रहे हैं। वापिस ले लो इनसे सत्ता, और उत्तर प्रदेश का भविष्य बदलो। अपने वोट की ताकत का उपयोग कर इन पार्टियों को सबक सिखाओ।

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी खोखले वादे नहीं कर रही है, हम 20 लाख रोजगार की बात कर रहे हैं। उनमें 12 लाख खाली पड़े सरकारी पदों को भरेंगे, इसके अलावा 8 लाख रोजगार के अवसर बनाएंगे। हम एक भर्ती आयोग और भर्ती कैलेंडर बनाएंगे। परीक्षा देने के लिए आने जाने का खर्च माफ़ होगा। उत्तर प्रदेश के कोने-कोने में हुनर है, हम उसका उपयोग कर लोगों को सशक्त बनाएंगे। किसानों का कर्ज माफ़ करेंगे। सबका बिजली बिल आधा करेंगे, कोरोना का बकाया साफ़ किया जाएगा। गेहूं-धान 2,500 और गन्ना 400 रुपये क्विंटल खरीदेंगे। छत्तीसगढ़ की तर्ज पर गोधन योजना लागू करेंगे ताकि छुट्टा जानवरों की समस्या ख़त्म हो। बहनों को 3 गैस सिलेंडर मुफ्त देंगे, छात्राओं को मोबाइल फोन और स्कूटी मिलेंगे। सरकारी बस की यात्रा मुफ्त होगी। महिलाओं को सशक्त और शिक्षित बनायेंगे। सरकार की नीतियां ऐसी होनी चाहिए कि जनता को सशक्त और सक्षम बनाए, उन्हें आत्मनिर्भर बनाए। पांच साल यह सरकार और रही सत्ता में तो आपकी कमाई ख़त्म हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि संविधान में रोजगार, शिक्षा, भोजन ये सब आपका हक है। जाति और धर्म की बातें करके आपको गुमराह किया जा रहा है। इससे सबसे बड़ा नुकसान आपका है। नेताओं का इससे कोई नुकसान नहीं होता। वह जनता को गरीब रखकर बार-बार सत्ता में आता है। यह मेरे पूर्वजों की धरती है। इसमें मेरे पूर्वजों का खून मिला हुआ है। जब तक एक सही और सच्ची राजनीति उभरकर नहीं आएगी, तब तक मैं लड़ती रहूंगी। मैंने निर्णय लिया है कि इस चुनाव का नतीजा कुछ भी आए, मैं आपका साथ नहीं छोड़ूंगी। आपके साथ मिलकर लड़ती रहूंगी। इसलिए अपने मतदान का सही प्रयोग करें, कांग्रेस उम्मीदवारों को जिताकर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाइए।

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