पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
मुफ्त मिलीं स्वास्थ्य सेवाएं, लाभान्वित हुए 2221 मरीज
- सीएमओ ने शहरी पीएचसी पांडेयपुर व पहाड़िया का किया निरीक्षण – कोविड टीकाकरण, डेंगू, मलेरिया से बचाव के लिए किया जागरूक
- न भूलें मास्क लगाना व दो गज दूरी का पालन
वाराणसी, 26 दिसम्बर 2021 – मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला का आयोजन रविवार को एक बार फिर से जिले के सभी ग्रामीण व शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित हुआ। आरोग्य स्वास्थ्य मेले में मरीजों की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच की गयी। इसके साथ ही मरीजों निःशुल्क दवा एवं चिकित्सीय परामर्श भी दिया गया। इसके साथ ही सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर कोविड टीकाकरण, संचारी रोगों डेंगू, मलेरिया एवं मौसमी बीमारियों के लिए जागरूक किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने शहरी पीएचसी पांडेयपुर व पहाड़िया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगे सीएम आरोग्य स्वास्थ्य मेले का निरीक्षण किया। सीएमओ के साथ एसीएमओ डॉ एके मौर्या और डीएचईआईओ हरिवंश यादव मौजूद रहे। इस दौरान सीएमओ ने स्वास्थ्य केंद्रों पर दी जा स्वास्थ्य सुविधाओं का अवलोकन किया। इसके साथ ही सीएमओ ने समस्त चिकित्सक सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि जिले की 52 पीएचसी में मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया गया। मेले का उद्देश्य है कि एक ही छत के नीचे लोगों को अधिकाधिक स्वास्थ्य सुविधाएं, जांच, उपचार और दवाएं आदि उपलब्ध हो। हमारा प्रयास है कि इस मेले से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों। उन्होंने बताया कि मेला परिसर में प्रवेश करने से पूर्व प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग की जा रही है। मेले में मास्क और सेनिटाइजर की भी व्यवस्था है। सभी लोग सहयोगात्मक व्यवहार करें। इससे जांच, उपचार और दवाओं आदि की सुविधा आसानी से मिल सकेगी। सीएमओ ने जनपदवासियों से अपील की कि कोरोना के नए वैरिएंट से घबराने की आवश्यकता नहीं है। इसके बचाव के लिए मास्क लगाना, दो गज दूरी और हाथों को बार-बार सैनिटाइज करना न भूलें। कोविड टीकाकरण जरूर कराएं। इसके साथ ही संचारी रोगों डेंगू, मलेरिया से बचाव के लिए घर व आसपास ज्यादा दिन तक पानी जमा न होने दें, क्योंकि ठहरे व साफ पानी में ही डेंगू का मच्छर पनपता है। साफ-सफाई का जरूर ध्यान रखें। गर्म व ताजा खाना ही खाएं। पीने के पानी को हमेशा ढक कर रखें व स्वच्छ व साफ पानी का ही उपयोग करें। उन्होंने कहा कि "हर शनिवार व रविवार मच्छर पर वार" को ध्यान में रखते हुए जमा हुए पानी स्रोतों का विनष्टीकरण जरूर करें। मेले में 2221 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई जिसमें 878 पुरुषों, 1070 महिलाओं और 273 बच्चों को देखा गया। इन स्वास्थ्य मेलों में आयुष्मान भारत योजना के स्टॉल लगाकर 179 लाभार्थियों के गोल्डेन कार्ड भी बनाए गए। इस दौरान कोविड हेल्प डेस्क पर 1362 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गईं, जिसमें 774 व्यक्तियों का एंटीजन किट से कोरोना टेस्ट किया गया जिसमें सभी व्यक्ति निगेटिव पाये गए। इसके अलावा 50 लोगों की हेपेटाइटिस-बी व सी की जांच हुई, 223 बुखार के मरीज देखे गए, 107 लोगों की मलेरिया जांच में तीन पॉजिटिव, 35 लिवर, 166 श्वसन, 203 उदर, 78 मधुमेह, 385 त्वचा संबन्धित मरीज, 4 टीबी के संभावित लक्षण दिखने वाले व्यक्ति, 22 एनीमिक (खून की कमी), 75 हाईपेर्टेंशन, 114 महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) एवं 842 अन्य रोगों के मरीज देखे गए। वहीं 8 मरीजों को संदर्भित किया गया। मेले में एक भी कुपोषित बच्चे नहीं पाए गए। 3 मरीजों को चिकित्सीय उपचार व 1 मरीजों को जनरल सर्जरी के लिए भेजा गया। इसके अलावा 24 मरीजों को आँख की स्क्रीनिंग की गयी जिसमें 1 मरीजों को सर्जरी, 3 मरीज को ओब्स एवं गायनी सर्जरी के लिए चिन्हित किया गया। जिला स्तर पर मेले में 104 मेडिकल ऑफिसर एवं 310 पैरामेडिकल स्टाफ ने कार्य किया।
मेला में मिलीं सुविधाएं – मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों में गोल्डन कार्ड बनवाने, गर्भावस्था एवं प्रसवकालीन परामर्श, पूर्ण टीकाकरण एवं परिवार नियोजन संबंधी साधनों एवं परामर्श की व्यवस्था रही। इसके साथ ही संस्थागत प्रसव संबंधी जागरूकता, जन्म पंजीकरण परामर्श, नवजात शिशु स्वास्थ्य सुरक्षा परामर्श एवं सेवाएं, बच्चों में डायरिया एवं निमोनिया की रोकथाम के साथ ही टीबी, मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया, कुष्ठ आदि बीमारियों की जानकारी, जांच एवं उपचार की नि:शुल्क सेवाएं दी गई। पीएचसी पर जो जांचें नहीं हो पाईं उन मरीजों को जांच के लिए सीएचसी अथवा जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।