हिंदी पत्रकारिता के सुपरिचित हस्ताक्षर और सुप्रतिष्ठित न्यूज़ चैनल डिजियाना न्यूज़ नेटवर्क के सलाहकार संपादक श्री कृष्ण मोहन झा को श्रमजीवी पत्रकारों के अखिल भारतीय संगठन इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स का राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। यह फैसला विगत दिनों फेडरेशन की नोएडा में संपन्न राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से किया गया। श्री झा को देश में श्रमजीवी पत्रकारों के सबसे बड़े संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत किए जाने पर देश भर से बधाई एवं शुभकामना संदेश मिल रहे हैं। उल्लेखनीय है कि श्री झा अतीत में इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद का उत्तर दायित्व भी संभाल चुके हैं । अद्भुत नेतृत्व क्षमता और सांगठनिक कौशल के धनी श्री कृष्ण मोहन झा इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स के अलावा भी कई अन्य प्रतिष्ठित पत्रकार संगठनों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। पत्रकारों को उनका जायज हक दिलाने के लिए देश के किसी भी कोने में किए हर आंदोलन में उन्होंने सदैव ही अग्रणी भूमिका निभाई है। कोरोना काल में जब पत्रकार विषम परिस्थितियों में अपना कर्तव्य पालन कर रहे थे तब भी श्री झा पत्रकारों को कोरोना से सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए शासन के समक्ष आवाज बुलंद करने में अग्रणी थे। मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में आने वाले पत्रकारों को राज्य सरकार की ओर से निशुल्क चिकित्सा उपलब्ध कराने तथा दिवंगत पत्रकारों कै परिजनों को मुआवजा राशि प्रदान किए जाने के लिए श्री झा ने सराहनीय पहल पर की थी।
मध्यप्रदेश में प्रखर और निर्भीक पत्रकार के रूप में अपनी विशिष्ट पहचान बनाने वाले श्री कृष्ण मोहन झा के अब तक पांच राजनीतिक लेख संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं जिनमें “महानायक मोदी” और “संकल्प सेवा समर्पण की त्रिवेणी : शिवराज” विशेष चर्चित रहे हैं। समसामयिक मुद्दों पर केंद्रित उनके विचारोत्तेजक लेख देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्र पत्रिकाओं में नियमित रूप से प्रकाशित होते हैं जो उनके अध्ययन,मनन और चिंतन की गहराई के परिचायक होते हैं। गौरतलब है कि वर्तमान में श्री झा की गणना देश के राजनीतिक विश्लेषकों में प्रमुखता से की जाती है ।
इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर श्री झा का मनोनयन निःसंदेह राजधानी भोपाल ही नहीं अपितु समूचे मध्यप्रदेश के लिए गौरव का विषय है । यहां यह भी विशेष उल्लेखनीय है कि श्री कृष्ण मोहन झा मध्यप्रदेश के ऐसे पहले पत्रकार हैं जिन्होंने यह गौरव अर्जित किया है। इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स का गठन देश आजाद होने के लगभग तीन वर्ष बाद 1950 में किया गया था और प्रथम प्रधानमंत्री स्व पंडित जवाहरलाल नेहरू ने श्रमजीवी पत्रकारों के इस प्रतिनिधि की स्थापना पर अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की थी। तब थोड़े से श्रमजीवी पत्रकारों के सहयोग से जिस फेडरेशन की नींव रखी गई थी वह सात दशक के बाद विशाल वटवृक्ष का रूप ले चुका है और तीस हजार श्रमजीवी पत्रकार एवं मीडिया कर्मी इसके साथ हैं। फेडरेशन ने श्रमजीवी पत्रकारों और मीडिया कर्मियों के हित में बड़ी बड़ी लड़ाईयां लड़ी हैं और उनमें सफलता अर्जित की है। पत्रकारों के लिए मजीठिया आयोग का गठन फेडरेशन की एक स्वर्णिम उपलब्धि है। इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में श्रीकृष्ण मोहन झा देश के मूर्धन्य पत्रकार श्री के विक्रम राव के उत्तराधिकारी बनने जा रहे हैं। श्री झा के सामने संगठन को मजबूत बनाने और उसका पुराना गौरव लौटाने की कठिन चुनौती है परंतु सबको साथ लेकर चलने का उनका स्वभाव, विलक्षण संगठन क्षमता और अद्भुत सांगठनिक कौशल को देखते हुए यह माना जा सकता है कि फेडरेशन के अध्यक्ष की कुर्सी पर आसीन होने के बाद श्री झा पत्रकारों के गौरवशाली संगठन को आकाशीय ऊंचाईयों तक पहुंचाने में सफल होंगे।