असुविधाओं को जान रहा हूं, उन्हें कोई सुविधा नहीं मिलता है-रविन्द्र नाथ महतो
विवेक कुमार पाण्डेय
मो-9721349605
सोनभद्र। भारतीय श्रमजीवी पत्रकार संघ ने “कोरोनाकाल में पत्रकारों की भूमिका एंव योगदान” को लेकर एक गोष्ठी का आयोजन श्री बंशीधर नगर जिला गढ़वा झारखण्ड फैंसी मैरेज हॉल स्थित भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ तत्वावधान में शनिवार को राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का उदघाटन विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो क्षेत्रीय विधायक भानु प्रताप शाही, बीएसपीएस अध्यक्ष संजय सिंह, बीएसपीएम महासचिव शाहनवाज आलम संयुक्त रूप से दिप प्रज्वलित कर किया।
विधानसभा अध्यक्ष रविन्द्र नाथ महतो ने कहा कि गढ़वा आने की कब से मन में लालसा थी, जो आपके सहयोग से आया और बाबा श्री बंशीधर की दर्शन कर पाया।पत्रकारिता जगत की सारी असुविधाओं को जान रहा हूं। आज पत्रकारों को सुख सुविधा के नजर से देखेंगे, उन्हें कोई सुविधा नहीं मिलता है। कार्य पालिका, न्याय पालिका और विधायिका को पत्रकारों को हित में सोचना चाहिए। पत्रकारों की मांग को हम मजबूती से रखेंगे। पत्रकारों के साथ कोई खड़ा नहीं है, ऐसे में अगर इनके साथ कुछ ऊंच नीच हो जाए, तो ऐसे में कानून बननी चाहिए। पत्रकार स्वेच्छा से जुड़े होते हैं,और पूरे बेबाकी के साथ कोई अंजाम सोचे हुए निष्पक्ष पत्रकारिता करते हैं। अंग्रेजी हुकूमत के वक्त भी पूरे मजबुती से रखने का काम किया करते थे। पत्रकारों को जज्बे को नमन करता हूँ। लाख आपके साथ कई चुनौती आता है, फिर भी आप सत्य से डरते नहीं हैं। सोशल मीडिया के चुनौती भी आपके सामने आ रही है, उसे भी आपको सोचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कोरोना काल में सरकारी योजना के लाभों को दिलाने में पूरी ईमानदारी से कार्य किया। कोरोना काल में कई पत्रकारों के अलावे सगे संबन्धी भी साथ छोड़कर चले गए, इस विषम परिस्थिति में भी आपने जो जन जन तक पहुंचाने का सराहनीय काम किया। सही मायने में पूरे देश के पत्रकार जब अपनी हक की लड़ाई के लिए एक मंच पर आने का काम किया। यह शुभ संकेत है, जो निकट भविष्य में आप जरूर सफल होंगे। आपके हक की लड़ाई में आपके साथ हैं।
विधायक भानु प्रताप शाही श्रमजीवी पत्रकार नहीं, बल्कि हम भी श्रमजीवी है। वर्तमान सरकार में सड़क की स्थिति दयनीय हुई है। चार प्रदेशों को जोड़ने वाली सड़क है, उन्होंने विस अध्यक्ष से सड़क स्थिति को दुरुस्त करने की मांग की। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जब सारे संस्थान जब बंद था, उस वक्त अस्पताल और पत्रकारों ही जगे हुए थे, पत्रकारों ने कई लोगों को मरने से बचाया। निःशुल्क मेहनत पत्रकारों ने देश में पूरे जिम्मेदारी से पत्रकारों ने की। तमिलनाडु की सरकार की तर्ज पर सूबे की सरकार को भी पत्रकारों के हित में सोचना चाहिए और विस में पत्रकार कानून लागू करने की मांग उठाया था।
उन्होंने अध्यक्ष को इसी मंच से पत्रकार कानून लागू करने की घोषणा करने की बात कही। कलवित पत्रकार के बारे में सरकार सोचे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कोरोना काल में कोरोना वारियर्स नहीं माना गया। जिसका हमें खेद है। कहा कि पत्रकार है तो चेतना है। मीडिया को चौथा स्तंभ कहा जाता है, पत्रकार है तो चेतना है। लेकिन पत्रकार किसी की आलोचना जब करने लगता है, तो पत्रकार खराब हो जाता है। उन्होंने पत्रकारों के हित में कानून लागू करने की मांग मजबुती से रखा।
महासचिव शहनवाज हुसैन ने कहा कि कोरोना काल मे पत्रकारों की भूमिका पर संक्षिप्त में प्रकाश डालते हए विस अध्यक्ष और क्षेत्रीय विधायक से राजस्थान, तमिलनाडु, बंगाल, छतीसगढ़ सहित अन्य राज्यों में कोरोना से मौत हुए पत्रकारों के परिजनों से वहां की सरकार ने दस-दस लाख मुआवजा दिलाया गया। इसी के तर्ज पर यहां के कोरोना से मौत हुए पत्रकारों को मुआवजा दिलाने की मांग की। कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार विवेक कुमार पांडेय को सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय सचिव चंदन मिश्रा विषय प्रवेश कराते हुए गढ़वा से बाबा बंशीधर नगरी नगरऊंटारी तक खराब सड़क की ओर विधानसभा अध्यक्ष और विधायक का ध्यानाकर्षण कराया।
कोरोना से 30 पत्रकारों की मौत पर तथा कार्यक्रम के दौरान महासचिव शहनवाज हुसैन की माता के निधन की आये खबर पर दो मिनट का मौन रहकर शोक मनाया गया। कार्यक्रम का संचालन निशा रानी गुप्ता ने किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश से आये पूर्वांचल मीडिया क्लब अध्यक्ष विवेक कुमार पाण्डेय, राष्ट्रीय सचिव चन्दन मिश्रा, राष्ट्रीय सचिव गिरधर शर्मा उत्तराखंड, विपिन चौबे राष्ट्रीय सचिव, बिहार के राष्ट्रीय सचिव आये हुए थे।
इस मौके पर नवी अहमद, पंकज जायसवाल, विवेक कुमार पाण्डेय, अशोक कन्नौजिया, श्रवण, एसएन श्याम, नितिन चौबे, एसएन शर्मा, संजय सिंह उमेश, संजय कुमार मिश्रा, सियाराम वर्मा, प्रदीप चौबे, दयाशंकर पाठक, संजय पांडेय, जुल्फिकार, आशुतोष रंजन, अंजनी द्विवेदी, आशीष अग्रवाल, राशिद अनवर, विकाश कुमार, उज्ज्वल विश्वकर्मा, सोनू कुमार, चुनमुन मोदी आदि लोग उपस्थित थे।