पल पल घर करती निराशा के बीच सकारात्मक ऊर्जा का संचार आज की जरूरत है।
पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
फ़िल्म डायरेक्टर मनोज तिवारी द्वारा बायोपिक के शुभारंभ के संबंध में
महामारी से जूझ रही दुनिया
मनोरंजन।फ़िल्म डायरेक्टर मनोज तिवारी द्वारा बायोपिक के शुभारंभ के संबंध में
महामारी से जूझ रही दुनिया। पल पल घर करती निराशा के बीच सकारात्मक ऊर्जा का संचार आज की जरूरत है। ऐसे में नीलू की कहानी उसी हौसले की कहानी है जिसकी आज दुनिया को जरूरत है। विषम परिस्थितियों को परास्त करते हुए उसपर विजय प्राप्त करने की कहानी है यह। हौसले की उड़ान की कहानी है।
मुम्बई के जाने माने फ़िल्म निर्देशक मनोज तिवारी ने बताया कि सोशल मीडिया, समाचार पत्रों में नीलू के बारे में बहुत पढ़ा और सुन रहा था। डेढ़ साल पहले नीलूजी पर फ़िल्म बनाने का फैसला किया। मुझे लगता है कि यह फ़िल्म समाज की हर उस महिला की फ़िल्म होगी जो एक खिलाड़ी हो, हाउसवाइफ हो और एक नौकरी पेशा हो। यह पूरी फिल्म उसके संघर्षों पर आधारित रहेगी।
अंतराष्ट्रीय एथलिट नीलू मिश्रा ने कहा कि फ़िल्म बनने की सोचकर बहुत उत्साहित हूं। सबसे पहले संतोषजी ने मुझे मनोज जी की आभारी हूँ कि उन्होंने मेरी बायोपिक पर काम करने की मंशा जताई है।
जानेमाने फ़िल्म स्टार संतोष पहलवान ने कहा कि महिला सशक्तीकरण की दिशा में यह फ़िल्म मील का पत्थर साबित होगी। मुझे विश्वास है कि यह फ़िल्म समाज के लिए eye opener का कार्य करेगी।