गुरमा~सोनभद्र(मोहन गुप्ता)- चोपन विकास खण्ड क्षेत्र के अन्तर्गत पटवध पंचमुखी हनुमान मंदिर के प्रांगण में सोमवार को विश्व हिन्दू परिषद 57वां स्थापना दिवस समारोह बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिसकी अध्यक्षता मन्दिर के पुजारी महानंद चौबे ने किया। उक्त कार्यक्रम के मुख्य वक्ता काशी प्रान्त के धर्म प्रचारक प्रमुख नरसिंह त्रिपाठी ने अपने उदबोधन में कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सर संघचालक परम पूज्य गुरु जी की प्ररेणा से तथा विहिप के प्रथम महामंत्री शिवराम शंकर आप्टे के प्रयास से चिन्मय मिशन की संस्थापक पुज्य स्वामी चिन्मयानंद जीमहाराज की अध्यक्षता में मुंबई के पवई नामक स्थान पर स्थित संदीपनी साधनालय में 29अगस्त को श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन 1964में देश के मूर्धन्य साधु संतों विशेष गणमान्य मनिषियो की उपस्थिति में सम्पुर्ण विश्व में निवास कर रहे हिन्दू समाज के जाति मत पंथ भाषा भौगोलिक सीमा से ऊपर उठकर अग्रणी संगठित सशक्त श्रव्दालु अपने पुर्वज परंपरा मान्यता मान बिन्दुओं पर गौरव रखने वाला तथा इनकी पुनर प्रतिष्ठा के लिए सर्वस्य समर्पित करने का संकल्प लेने वाला हिन्दु समाज खड़ा करने के उद्देश्य से विश्व हिन्दू परिषद की स्थापना की गई जिसका आज 57 वर्ष पुर्ण हो रहा है। इसके पश्चात त्रिपाठी ने आगे कहा कि हिन्दू को हिन्दू बनाये रखने में हिन्दु विरोधियों के व्दारा देश भर में साधु-संतों की निर्मम हत्या हुई जिसमें स्वामी लक्ष्मण आनंद जी का नाम प्रमुखता से आता है। उनके त्याग बलिदान को नहीं भुलाया जा सकता है। महाराज जी को सच्ची श्रद्धांजलि के लिए हम हिन्दू एक ही मां भारत माता के पुत्र और आपस में सहोदर भाई का भाव बनाए रखें इस कार्यक्रम का संचालन प्रखण्ड मंत्री अनिल दत्त पाठक ने किया। उक्त मौके पर मुख्य रूप से पुर्व प्रधान योगेन्द्र बहादुर सिंह, कृष्णकांत भारती विहिप जिला उपाध्यक्ष जनार्दन प्रसाद नगर मंत्री,दिनेश रावत वीरेंद्र तिवारी,नागेश सिंह ,श्याम सुन्दर मिश्रा,सुदामा दुबे, विष्णुकांत इत्यादि लोग उपस्थित रहे।