‘शिखर’ की पुस्तक ‘इक दर्द का एहसास’ हुई विमोचित

संवेदनाओं का सरोवर है इक दर्द का एहसास नामक पुस्तक: रमाशंकर सिंह पटेल
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सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)- लंबे अंतराल के बाद सोन साहित्य संगम के संरक्षक एवं एनटीपीसी के सहायक प्रबंधक मानव संसाधन मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव ‘शिखर’ के काव्य संग्रह “इक दर्द का एहसास” उर्फ शिखर काव्य प्रेम का विमोचन रमाशंकर सिंह पटेल ऊर्जा एवं अतिरिक्त स्रोत ऊर्जा राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश शासन जी द्वारा स- समारोह किया गया। बताते चलें कि पुस्तक के रचनाकार ने कोरोना काल में अपनीसाहित्यिक अभिरुचि को कविता के माध्यम से पुस्तक के रूप में बड़े ही सुंदर ढंग से प्रदर्शित किया है। यूं तो शिखर जी ने कई पुस्तकों की रचना कोरोना काल में की है किंतु काव्य संग्रह ‘इक दर्द का एहसास’ अपने आप में एक अनोखी पुस्तक है। विमोचनोपरांत राज्य मंत्री ने बतौर मुख्य अतिथि अपने उद्बोधन में कहा कि शिखर जी की यह पुस्तक संवेदनाओं का सरोवर है, ऐसी पुस्तकें समाज में मानवीयता को बचाए रखने के लिए आज की आवश्यकता हैं। उन्होंने अपनी पुस्तक में गीत, गजल और अन्य कविताओं को भावात्मक रूप से “इक दर्द का एहसास” नामक गुलदस्ते में सजाया है, जिसे शिखर काव्य प्रेम की संज्ञा भी दी गई है। वहीं विमोचन के पूर्व पुस्तक के रचनाकार ‘शिखर’ जी ने मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल का अंगवस्त्रम तथा स्मृति चिन्ह एवं महान धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस प्रदान कर अभिनंदन किया। एनटीपीसी उत्तरी क्षेत्र मुख्यालय में सहायक प्रबंधक मानव संसाधन के पद पर कार्यरत मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव ‘शिखर’ द्वारा रचित उक्त कविताओं के संग्रह को नोएडा के वर्तमान अंकुर प्रकाशन द्वारा प्रकाशित किया गया है। इस कृति का संपादन निर्मेश त्यागी ‘वत्स’ ने एवं समीक्षा साहित्य संपादक सुनीता ‘सोनू’ ने की है। अंतर्मन की वेदना दर्शाती रचनाएं अत्यंत मार्मिक एवं भावपूर्ण है जो दिल की गहराइयों में डूबकर लिखी गई ये रचनाएं अंतर्मन को स्पर्श कर पाने में सक्षम है। इस अवसर पर प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, हरिचरन सिंह, राघवेंद्र पांडेय सहित कई अन्य साहित्य सेवी उपस्थित रहे।

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