पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी।वाराणसी जेनेरिक आधार जो कि तेजी से बढ़ती हुई एक भारतीय फार्मा कंपनी है, ने वाराणसी में अपने विशेष रिटेल फ्रैंचाइज़ी स्टोर का उद्घाटन किया द्य यह इनोवेटिव वेंचर अर्जुन देशपांडे द्वारा 16 साल की उम्र में शुरू किया गया, जो कि भारत के सबसे युवा उद्यमी हैं, और जिन्होंने 2018 में महाराष्ट्र के ठाणे से जेनेरिक आधार नामक अभिनव उद्यम की स्थापना की और यह उद्यम सम्मानित प्रसिद्ध उद्योगपति श्री रतन टाटा सर द्वारा खुद भी समर्थित है। जेनेरिक आधार एक फार्मा वेंचर है जो कि दवाओं पर 80 प्रतिशत – 90 प्रतिशत तक की सर्वाेच्च छूट प्रदान करती है जिसका फायदा वाराणसी के लोगों को तो होगा ही, साथ ही विभिन्न 14 खंडों में जीवन रक्षक दवाओं से भी उनके कठोर धन को बचाने में मदद करेगी। कंपनी वाराणसी के साथ-साथ प्रतापगढ़, रायबरेली,मऊ, बरेली, गुरुगाम, सोनीपत, पानीपत जैसे अन्य शहरों में भी अपना विस्तार कर रही है।
आदरणीय श्री रतन टाटा ने फार्मा वंडर किड्स के प्रयासों और भारत में उनके बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लक्ष्य को देखते हुए इस अद्वितीय इनोवेटिव फार्मा वेंचर के साथ मिलकर काम करने की योजना बनायीं। अब वे एक ही मिशन पर हैं जिसमे जेनेरिक आधार के माध्यम से वह भारतीयों के स्वास्थ्य की देखभाल कर रहे हैं।
जेनेरिक आधार के संस्थापक श्री अर्जुन देशपांडे ने वाराणसी स्टोर का उद्घाटन करते हुए कहा मुझे भगवान शिव के सर्वाेच्च स्थान काशी और दुनिया के सबसे पुराने शहर में अपना विशेष फ्रेंचाइजी स्टोर शुरू करने पर बड़ा गर्व महसूस हो रहा है। इसके अलावा मैं श्री राकेश गिरी और श्री अभिनव मास्टर का हमारे साथ जुड़ने के लिए आभार व्यक्त करता हूँ शिवदासपुर, वाराणसी में स्थित यह स्टोर न केवल शहर बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों पर भी ध्यान केंद्रित करते हुए राज्य में तेजी से विस्तार करेगा जहां पर वास्तव में हमारे समर्थन की आवश्यकता है। जब इस भयावह कोविड स्थिति में बहुराष्ट्रीय विदेशी कंपनियां आंतरिक तरीके से पैसा कमा रही हैं जोकि दवाओं की उच्च कीमत चुकाने के लिए अंतिम ग्राहक तक को भी प्रभावित करती है। मैं प्रत्येक परिवार के मासिक दवा बजट का समर्थन करने के लिए अपने उद्यम के माध्यम से कोरोना वायरस की इस बिगड़ते हालात में अपने लोगों के साथ खड़ा हूं। इसके अलावा, हम अन्य शहरों और राज्यों में भी अपना विस्तार करेंगे, क्योंकि इस घड़ी में हमें राष्ट्र के साथ खड़े होने की आवश्यकता है” ।