हरिद्वार पुलिस ने कुंभ घोटाले में पहला केस दर्ज किया।
बिना जांच के ही फर्जी कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट तैयार की गई थी।हरिद्वार कोतवाली में कुंभ घोटाले पर पहला मुकदमा हुआ दर्ज। जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से तहरीर दी गई थी। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है।आरोप है की लैबोरेटरी द्वारा फर्जी जांच रिपोर्ट जारी की गई थी।
कुंभ-2021 के नाम पर पहला घोटाला उजागर हुआ है। जिसमें कोरोना जांच रिपोर्ट के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया है। इस घोटाले में दो प्राइवेट लैब्स पर हजारों की संख्या में फर्जी कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट बनाने का आरोप है। आरोप के आधार पर गुरुवार को हरिद्वार कोतवाली शहर में मुकदमा दर्ज किया गया है।
ऐसे हुआ घोटाले का खुलासा–
मिली जानकारी के अनुसार, पंजाब के एक युवक को उसके फोन पर मैसेज आया कि उसकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव है। चूंकि, उस युवक ने न तो कोई जांच कराई थी और न ही वो युवक हरिद्वार कुंभ में आया था, इसलिए उसने आईसीएमआर में शिकायत की। आईसीएमआर ने शिकायत पर संज्ञान लेकर देहरादून के अधिकारियों को सूचना दी, जिसके बाद घोटाला उजागर हुआ।
स्वास्थ्य विभाग ने किया था अनुबंध–
कुंभ मेला के दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से 22 लैबोरेटरी के साथ कोविड टेस्ट को लेकर अनुबंध किया गया था। इसी में से एक मैक्स कॉरपोरेट सर्विस के नाम से फर्म है, जिसमें दो लैब नलवा लैबोरेटरी प्राइवेट लिमिटेड और डॉ. लालचंदानी लैब द्वारा रैपिड एंटीजन टेस्ट में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा किया गया है।
पुलिस जांच में जुटी–
गुरुवार को सीएमओ डॉ. शंभु झा की ओर से मैक्स कॉरपोरेट फर्म के विरुद्ध हरिद्वार नगर कोतवाली में तहरीर दी। जिसके आधार पर हरिद्वार कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।एसएसपी हरिद्वार सेंथिल अवुडई कृष्णा राज एस ने नवभारत टाइम्स ऑनलाइन को बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। विभाग द्वारा आरोप लगाया गया है कि इन कथित लैब ने कुंभ-2021 में नकली जांच रिपोर्ट जारी की है। मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।