मुख्यमंत्री ने 25050 पुल-पुलियों का किया गया जीर्णोद्धार एवं नव-निर्माण कार्य का किया शुभारंभ

पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट

*मुख्यमंत्री ने जनपद वाराणसी के 58 पुल-पुलियों का किया गया जीर्णोद्धार एवं नव-निर्माण कार्य का शुभारंभ किया*

*प्रदेशवासियों के जीवन में सरलीकरण और उनके कार्यो को सहज करने में पैसे की कमी आड़े नहीं आने पाएगी-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ*

वाराणसी। जल शक्ति विभाग के अंतर्गत सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग कि नहरों पर 25050 पुल-पुलिया के जीर्णोद्धार एवं नव निर्माण के महाभियान का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया। जिसमें जनपद वाराणसी में लगभग 70 लाख की लागत से 58 पुल-पुलियों का जीर्णोद्धार तथा मुख्यमंत्री द्वारा किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले कई दशक में पुल-पुलियों एवं नहरो के मरम्मत का कार्य नहीं हो पाया है, जो जर्जर हो गई थी और कई जगह लोगों ने इसे तोड़वा भी दिया था। उन्होंने बताया कि आज 21542 पुल पुलियो के मरम्मत एवं जीर्णोद्धार का कार्य, 3508 पुल-पुलिया के पुनर्निर्माण कार्य का महाअभियान के साथ प्रारंभ हो रहा है इसके लिए हमने विगत वर्ष बजट में पैसे की व्यवस्था की थी, इतना ही नही इसके लिये नए बजट में भी इसकी व्यवस्था की है। कही भी पैसे की कमी के कारण आम नागरिक के जीवन में सरलीकरण और उनके कार्यो को सहज करने में अड़चन न आ पाए। उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि उत्तर प्रदेश का जो भौगोलिक क्षेत्रफल है लगभग 241 लाख हेक्टेयर का है इसमें से कृषि योग्य भूमि 188 लाख हेक्टेयर है और उसमें भी सिंचाई के क्षमता का सृजन 120 लाख हेक्टेयर की सिंचाई की क्षमता हम लोगों ने प्रदेश के अंदर उपलब्ध कराई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इतनी पुरानी-पुरानी नहरो का कभी भी मरम्मत नही हुआ। आबादी बढ़ती गई आवागमन बढ़ता गया, साधन बढ़ते गए लेकिन कभी भी इस दिशा में किसी ने प्रयास नही किया। लेकिन हम 25050 पुल-पुलियों के नवनिर्माण एवं जीर्णोद्धार कार्य अभियान चलाकर प्रारंभ कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि इसको 100 दिन के अंदर इन सभी कार्यों को मानक के अनुरूप गुणवत्ता के साथ पूरा कराये। उन्होंने कहा जाता अगले चरण में यह व्यवस्था देनी चाहिए कि नहर की पटरिया अगर पब्लिक के आवागमन के लिए पक्की सड़क से जुड़ जाती हैं तो उससे नहर भी सुरक्षित हो जाती है और साथ-साथ आपको देख-भाल करने की भी आवश्यकता बढ़ जाती है। उन क्षेत्रों को भी चिन्हित करना चाहिए कि कहां पर नहर की पटरियों में आवागमन के लिए सड़क बनाने की आवश्यकता है और उसको पक्की सड़क भी बना सकते हैं, खड़ंजा बनवा सकते हैं तथा जो भी आवश्यक हो अगले चरण में हमें कार्य करना चाहिए, जिससे पब्लिक का आवागमन सरल हो सके।
कमिश्नरी सभागार में कार्यक्रम के लाइव प्रसारण के दौरान विधायक कैंटोमेंट सौरभ श्रीवास्तव, विधायक रोहनियां सुरेन्द्र नारायण सिंह, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा सहित सिंचाई विभाग के अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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