-अनिल बेदाग़-
मुंबई : कहते हैं कि किये हुए कर्मो का फल मिलता हैं लेकिन अगर किसी का किया कर्म ३० सालो के बाद उसके सामने आ जाए तो क्या होगा। फिल्म रिटर्न टिकट का कांसेप्ट भी इस कहानी के केंद्र में हैं। लेखक प्रत्यूष द्विवेदी और निर्देशक निशांत जीके रंजन की फिल्म रिटर्न टिकट में ३० सालो की जर्नी में कई किरदार है जो अपने एक ऐसी घटना के समाने आने पर नयी परिस्थितियों का सामना करते हैं। रिटर्न टिकट आफ़्टर थर्टी ईयर का टीज़र पोस्टर मुंबई में लांच किय गया। इस अवसर पर अरबाज खान, अध्ययन सुमन , गुरलीन चोपड़ा , देव शर्मा , रुशलान मुमताज़ , अमित जे , फिल्म के सह कलाकार नीलम गुप्ता , असीमा भट्ट, निर्देशक निशांत जीके रंजन लेखक प्रत्यूष द्विवेदी के साथ ही स्कॉय नाईन ओटीटी के राकेश भदौरिया भी उपस्थित थे।
ओम श्री एंटरटेनमेंट एंड रियलिटी द्वारा निर्मित, शीश चित्र एंटरटेनमेंट और निशांत वुड, राज्ञी फिल्मस के बैनर तले रिटर्न टिकट निशांत जीके रंजन द्वारा निर्देशित है और प्रत्यूष द्रिवेदी और निशांत द्वारा लिखित है। गुरलीन चोपड़ा, देव शर्मा, श्वेता तिवारी, अध्ययन सुमन, मुग्दा गोडसे, आसिफ तांबे, अमित जे शर्मा, नीलम गुप्ता, रुशलान मुमताज, असीमा भट्ट, राजकपूर साही, अश्विनी कृष्णा , पंकज झा और विक्रम गोखले हैं।
इस अवसर पर अभिनेता अरबाज खान ने कहा कि जब निर्देशक निशांत ने मुझे कहानी और फिल्म का कैरेक्टर सुनाया, तो मुझे लगा कि यह बलात्कार-पीड़ित को न्याय देने का एक अवसर है। फिल्म की पेशकश की, मैंने इसे स्वीकार कर लिया। हमने अक्सर सुना है कि बलात्कार पीड़िता को न्याय नहीं मिलता है और उन्हें समाज में अपराधी माना जाता है, इसलिए यह फिल्म और चरित्र समाज को जगाने में मददगार होगी। मैं उत्साहित हूं इस फिल्म के किरदार में मैं ३० साल की जर्नी तय करता हूँ , यह बहुत एक्सपेरिमेंटल हैं मैं इस फिल्म के लिए बहुत उत्साहित हूँ । इस अवसर पर निर्देशक निशांत जी.के. रंजन ने कहा कि फिल्म के कहानी पिछले दस सालो से मेरे अंदर चल रही थी मैं फिल्म के सभी किरदारों को महसूस किया हैं। यह फिल्म एक सामाजिक बुराई की तरफ ध्यान आकर्षित करती है तो साथ ही एक अच्छा सामजिक सन्देश भी देती हैं।
इस अवसर पर अभिनेता अरबाज खान ने कहा कि जब निर्देशक निशांत ने मुझे कहानी और फिल्म का कैरेक्टर सुनाया, तो मुझे लगा कि यह बलात्कार-पीड़ित को न्याय देने का एक अवसर है। फिल्म की पेशकश की, मैंने इसे स्वीकार कर लिया। हमने अक्सर सुना है कि बलात्कार पीड़िता को न्याय नहीं मिलता है और उन्हें समाज में अपराधी माना जाता है, इसलिए यह फिल्म और चरित्र समाज को जगाने में मददगार होगी। मैं उत्साहित हूं इस फिल्म के किरदार में मैं ३० साल की जर्नी तय करता हूँ , यह बहुत एक्सपेरिमेंटल हैं मैं इस फिल्म के लिए बहुत उत्साहित हूँ । इस अवसर पर निर्देशक निशांत जी.के. रंजन ने कहा कि फिल्म के कहानी पिछले दस सालो से मेरे अंदर चल रही थी मैं फिल्म के सभी किरदारों को महसूस किया हैं। यह फिल्म एक सामाजिक बुराई की तरफ ध्यान आकर्षित करती है तो साथ ही एक अच्छा सामजिक सन्देश भी देती हैं।