पुरषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के विघटन और निजीकरण के विरोध में सोमवार से विद्युत कर्मियों ने अनिश्चितकालीन प्रदेशव्यापी हड़ताल शुरू किया। इसी क्रम में वाराणसी में भी विद्युतकर्मी हड़ताल पर रहे। कर्मियों का कहना है कि यदि ऊर्जा मंत्रालय हमारी मांग नहीं सुनता तो हम इसी तरह हड़ताल पर रहेंगे और यदि हमारे किसी भी साथी के साथ दमनकारी रवैया अपनाया गया तो हम जेल भरने का काम भी करेंगे।
बता दें कि निजीकरण के विरोध में विद्युतकर्मी बीते एक सितम्बर से 1 घंटा और सरकार का ध्यान देने पर द्वितीय चरण में 2 बजे से 5 बजे तक ध्यानाकर्षण हड़ताल करने के आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।
कर्मचारियों का कहना है कि सरकार पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के विघटन और निजीकरण का प्रस्ताव लायी है। यह प्रस्ताव विद्युत कर्मचारियों के हितकर नहीं है साथ ही उपभोक्ताओं के लिए भी यह लाभप्रद नहीं है। ऐसे में हमने इस बात का विरोध करने के लिए पहले चरण में एक सितम्बर से एक घंटे का ध्यानाकर्षण प्रदर्शन शुरू किया ताकि हमारी बात सुन ली जाए और निजीकरण रोक दिया जाए। लेकिन ऊर्जा मंत्रालय ने इस पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जिसके कारण आज से हमें अनिश्चितकालीन हड़ताल करनी पड़ रही है।
वहीं विद्युतकर्मियों के हड़ताल के कारण आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ा। लोगों को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो इसके लिए जिला प्रशासन ने तीन कंट्रोल रूम बनाये हैं। बावजूद इसके हड़ताल के पहले ही दिन यह व्यवस्था चरमराती दिखी। जनपद के ज़्यादातर इलाकों में सुबह से ही बिजली गुल रही । जिला प्रशासन द्वारा जारी कंट्रोल रूम नंबर पर कॉन्टेक्ट भी बड़ी मुश्किल से हो पा रहा है, ज्यादातर समय ये नंबर भी व्यस्त ही हैं।