डीएम के आदेशों का नहीं हो रहा पालन अधिकारी जनता को घुमा रहे हैं गोल-गोल
प्रयागराज लवकुश शर्मा
फूलपुर ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम सभा अमिलिया के पूर्व प्रधान अशफाक आलम और मोहर्रम अली पुत्र हबीबउल्ला के द्वारा डीएम को सौंपा गया प्रार्थना पत्र जिसमें दर्शाया गया गांव के ही प्रधान विद्या कांत यादव के द्वारा गांव के कुछ कार्यों में कालाबाजारी कर पैसे को हजम कर लिया गया है जिसकी सूचना प्रार्थना पत्र के जरिए डीएम को सौंपा गया डीएम के आदेशा अनुसार जिला स्तर के जांच अधिकारी प्रयागराज को भेजा जो जांच अधिकारी जनता को गोल गोल घुमा रहे हैं।
आए दिन जांच का आश्वासन देती रहती हैं और भोली भाली जनता उनकी इंतजार में रहती है और अधिकारी आते नहीं है जनता का कहना है कि अधिकारी भ्रष्ट प्रधान से मिल गए हैं जांच की डेट को तारीख पे तारीख बढ़ाते जा रहे हैं जिसकी सूचना मीडिया को मिली तो मीडिया टीम वहां मौके पर पहुंची तो पता चला कि यहां पर 102 शौचालय का पैसा गमन किया गया है जिसकी कुल मूल्य लागत 1224000 है और दूसरी तरफ जमीला बेगम पत्नी नसीम अहमद का कहना है कि ग्राम प्रधान विद्या कांत यादव ने लोहिया आवास के नाम पर ₹52500 ले लिया और उनको धमकाया भी और कहा कि किसी को बताओगे तो अच्छा नहीं होगा और वहीं दूसरी तरफ हीरावती देवी पत्नी सहदेव कहना है कि ग्राम प्रधान विद्या कांत यादव ₹90000 जबरन ले लिए हैं और इनको धमकाते हैं किसी अधिकारी या किसी प्रशासन को बताओगे तो अच्छा नहीं होगा वही अजय कुमार पुत्र राजनाथ ने शौचालय अपने पैसे से बनवाया लेकिन ग्राम प्रधान फोटो खींचकर प्रस्ताव पास कराकर पैसा स्वयं ही हजम कर गया और चिंतामणि पुत्र भागीरथी का कहना है कि पुराना शौचालय बना हुआ था जिसे दिखाकर पैसा स्वयं हड़प कर लिया और वही इबरार खां पुत्र गफूर का कहना है ग्राम प्रधान विद्या कांत यादव शौचालय का पैसा निकाल लिए हैं और कहने पर धमकाते हैं दुर्गा प्रसाद पुत्र समई का भी शौचालय का पैसा खा गये भागेलु पुत्र महाजन का कहना है ग्राम प्रधान विद्या कांत यादव₹50000 का फार्म भरवा कर शुल्क के नाम पर पैसा ले लिया जो आवास के नाम पर वसूला गया और आज तक शौचालय नहीं मिला आपको बता दें किशुल्क लोहिया आवास के नाम पर गरीब जनता ऐसे ही वसूला गया कि गांव के बहुत लोग बगावत करने पर उतारू हो गये हैं प्रार्थना पत्र देकर जांच कराने का आदेश और उचित कार्रवाई के लिए प्रार्थना पत्र सौंपा गया जिससे डीएम ने जांच अधिकारी डीपीआरओ को सौंपा दिया जिसकी जांच दिनांक 16 /9 /2020 को होना सुनिश्चित हुआ था जिस आधार पर गांव के व्यक्तियों ने आने के इंतजार में इकट्ठा रहे लेकिन कोई अधिकारी गांव में नहीं आये लोगो का कहना है कि वर्तमान प्रधान विद्या कांत यादव उर्फ लल्लू यादव से मिलीभगत होने के कारण जांच नही हो रही हैं वर्तमान प्रधान को डर है कि अगर जांच हो गई तो सारा पोल खुल जाएगा