पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्टवाराणसी।विगत तीन महीनों का आंकड़ा देखे तो जिले में कोरोना ने तेजी से रफ्तार पकड़ है। वाराणसी में 21 मार्च को फूलपुर के छितौरा गांव में पहला कोरोना संक्रमित मरीज मिला था। मई महीने के आखिरी तक संक्रमित मरीजों में सामान्य इजाफा था। जून से कोरोना ने तेजी से रफ्तार पकड़ी और अबतक (22 अगस्त 2020) यह आंकड़ा 6512 हो गया। राहत भरी खबर यह रही कि संक्रमित मरीजों के स्वस्थ्य होने में तेजी से इजाफा होता रहा। शनिवार की शाम तक कि रिपोर्ट में कुल 4999 मरीज स्वस्थ्य हो चुके थे। जिसमें ज्यादातर मरीज होम आइसुलेशन में स्वस्थ्य हुए। शनिवार को कोरोना महामारी को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से विस्तृत रिपोर्ट पेश की गयी है।जिले में 2163 बेडजिलाधिकारी कौशलराज शर्मा के अनुसार कोविड-19 मरीजों के लिये 2163 बेडों की व्यवस्था एल1, एल2 एवं एल3 के कोविड चिकित्सालयों में उपलब्ध है।रिकवरी रेट 76.22 प्रतिशतडीएम कार्यालय से मिली रिपोर्ट के अनुसार गॉव व शहरों में सर्विलान्स, कान्टैक्ट ट्रेसिंग व सैम्पलिंग आदि की कार्रवाई कर कोरोना संक्रमित लोगों को चिह्नित कर उनकी स्थिति के अनुरूप अस्पताल या होम आइसोलेशन में रखकर इलाज किया जा रहा है। मरीजों के ठीक होने का रिकवरी रेट 76.22 प्रतिशत है।प्लाजमा थिरैपी कारगरकोविड-19 के इलाज के लिये हर सम्भव उपाय किये जाने के निर्देश दिये गये हैं। प्लाज्मा थिरैपी द्वारा व रेमिडिसीवर जैसी दवाओं का शासकीय व्यवस्था द्वारा मरीजों का इलाज हो रहा है। मरीजों के जीवन रक्षा के लिये हर सम्भव प्रयास राज्य सरकार स्तर व जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है।मृत्यु दर 1.8 प्रतिशतजिलें कोरोना से पहली मौत अप्रैल माह में हुई थी। उसके बाद संक्रमति मरीजों की मौतों में इजाफा होता गया और यह आंकड़ा 22 अगस्त तक के जारी रिपोर्ट में 123 हो गया। डीएम कार्यालय से मिले रिपोर्ट के अनुसार जनपद में कोविड-19 के मरीजो का मृत्यु दर 1.8 प्रतिशत है।90 हजार से ज्यादा लोगों के सैंपलमिली रिपोर्ट तक 90,335 लोगों की सैम्पल लिये जा चुके हैं, जिसमें 47237 आरटीपीसीआर विधि से, 38152 एण्टीजन किट से व 4946 टू-नेट विधि से सैम्पल लिये गये हैं, जिसमें से 80654 की रिपोर्टें प्राप्त हो चुकी हैं।2500 सैम्पलिंग प्रतिदिनशहरी क्षेत्र में 35 टीमें तथा ग्रामीण क्षेत्र में 12 टीमें सैम्पलिंग कर रही हैं। वर्तमान में औसतन लगभग 2500 सैम्पल प्रतिदिन लिये जा रहे हैं। 33 रैपिड रिस्पान्स टीमें डोर-टू-डोर कार्य कर रही हैं, जो 2730 विजिट कर चुकी है। कोमोर्विड मरीजों, संदिग्ध व्यक्तियों व होम आईसोलेशन मरीजों से सम्पर्क कर उन्हें चिकित्सकीय व्यवस्था सुनिश्चित कर रही हैं। ये टीमें लोगों की आवश्यकतानुसार पैरासिटामाल, सिट्रिजिन, डाइक्लोफेनिक, आयुर्वेदिक काढ़ा, आइवरमेट्रिन, डाक्सीसाइक्लिन, एजिथ्रोमाइसिन, जिंक व अन्य एन्टीबायटिक दवायें उपलब्ध करायी जा रही है।लगाई गई 27 एम्बुलेंसकोविड मरीजों को लाने हेतु 27 एम्बुलेंस लगायी गयी है। जनपद में अब तक 1301 कंटेनमेंट जोन बनाये गये। सर्विलांस टीम की 982 टीमें लगी हैं जिनके द्वारा 972812 घरों में 4883464 लोगों की जांच की गई। इन टीमों द्वारा घरों का सर्वे रिपीट किया गया है, अतः यह संख्या आबादी से अधिक हो गई है। आम जनता की सुविधा हेतु इंट्रीग्रेटिड कमांड एण्ड कंट्रोल सेन्टर से संचालित है। जहॉ एक साथ 25 कालों को अटैण्ड करने की व्यवस्था है। कंट्रोल सेन्टर पर किसी व्यक्ति के सम्पर्क करने पर उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए 24 घण्टे चिकित्सक की उपलब्धता है तथा उनके द्वारा सम्बन्धित व्यक्ति को उचित सलाह अविलम्ब दी जाती है।डोर-टू-डोर सर्वे व आइवरमेक्टिन वितरणजनपद में डोर-टू-डोर सर्वे व आइवरमेक्टिन वितरण में स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त आपूर्ति विभाग, नागरिक सुरक्षा तथा शिक्षा विभाग के लोगों का भी सहयोग लिया जा रहा है जिनके द्वारा अभी तक 67639 लोगों को उक्त दवा का लाभ पहुंचाया गया है।मुख्यमंत्री कर रहे लगातार मॉनिटरिंगकोविड-19 महामारी से बचाव के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मंत्री सुरेश खन्ना व नोडल अधिकारी डा. देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव, आयुक्त दीपक अग्रवाल, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. वीबी सिंह द्वारा निरन्तर बैठकें, समीक्षा व पर्यवेक्षणीय कार्य किया गया है। लोगों को मास्क के उपयोग व सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से अनुपालन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है तथा इसका उल्लंघन करने वाले पर जुर्माना भी किया जा रहा है।