क्षेत्र के उपभोक्ताओं ने बैठक कर आंदोलन की दी चेतावनी ।
गुरमा-सोनभद्र(मोहन प्रसाद गुप्ता)- ; मंगलवार को राजा बलदेव दास बिड़ला इंटर कालेज के मैदान में सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क के साथ गूर्मा फीडर से जुड़े कई गांवों के किसानों और उपभोक्ताओं ने बिजली की बदहाल आपूर्ति को लेकर दूसरे दिन भी बैठक कर आक्रोश जताया । विदित हो कि इस फीडर के नागरिकों ने सोमवार को भी बिजली की बदहाली को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रर्दशन किया था और मंगलवार को भी दर्जनों गांवों के किसानों व
बिजली उपभोक्ताओं नें सुनवाई न होने पर आक्रोश ब्यक्त करते हुए आंदोलन की रणनीति तय की और चेताया कि जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो किसी भी प्रकार का आंदोलन निर्णायक संयंत्र तक करने को वह बाध्य होंगे जिसकी जिम्मेदारी स्वयं शासन प्रशासन की होगी । बैठक में लोगों का आरोप रहा कि सरकार के सारे वादे फेल हैं जहां उनका कहना कि गांवों में 16-18 घंटे बिजली दी जा रही है वहीं आपका विद्युत वितरण उपकेन्द्र से लगायत गूर्मा फीडर में महज 4-6 घंटे ही बिजली की सप्लाई हो रही है । जबकि इस क्षेत्र में नक्सल प्रभावित गांव भी आतें है और खेतिहर, किसानों का भी यह क्षेत्र है लोग कृषि पर ही निर्भर है । ऐसे में संबंधित विभाग के लोग और प्रशासनिक ज़िम्मेदार लोग इस पुरे क्षेत्र की अनदेखी करते आ रहे है यह कतई उचित नहीं, हमें इस क्षेत्र के लिए कम से कम 18-20 घंटे की बिजली बिना किसी कटौती के चाहिए , जो हमारा हक है जिसके लिए हम हर संयंत्र से आंदोलन करने को तैयार हैं। वहीं इस बैठक को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में सबसे बड़ी बाधा है बिजली की सही से आपूर्ति का न होना । किसान,खेतिहर ,दूकानदार,छोटे कुटीर उद्यमी और अध्ययनरत छात्र को भी अवसाद का रोगी बना रहे हैं बिजली विभाग के लोग । बिजली ,पानी व स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं के बिना प्रधानमंत्री मोदी जी के सपनो वाला आत्मनिर्भर भारत व आत्मनिर्भर लोग मुख्यतः बिजली की सही आपूर्ति के बिना संभव ही नहीं । रही बात जनपद के ग्रामीण फीडरों की स्थिति तो पहले से भी बदतर स्थिति है ,मुख्यालय स्थित छपका विद्युत उपकेंद्र से लगायत हर क्षेत्र में न सही से बोल्टेज और न ही सही से आपूर्ति का सिड्यूल । आये दिन ट्रांसफारमरों का जलना, सैडाउन, तारो का टूटना आदि विभाग की लापरवाही को उपभोक्ता मजबूरन झेल रहा है । अगर ऐसा ही चलता रहा तो वह दिन भी दूर नहीं, जैसा की बिजली वितरण विभाग के द्वारा हालात पैदा किया जा रहा जब उपभोक्ता मजबूर होकर सड़क पर स्वत: स्वस्फूर्ती आंदोलन करने को मजबूर होगा ।
बैठक में प्रमुख रूप से चंद्रमणि पटेल, मंगल मौर्या, मुराहू मौर्या, नरेन्द्र कुमार दीक्षित, श्रीकांत कुशवाहा, नरसिंह कुशवाहा, संतोष चौधरी,पंकज कुमार, सुरेशचंद्र यादव, अशोक मौर्या, कमलेश मौर्या, बीएन जायसवाल, पवन अग्रवाल, रामपति विश्वकर्मा, आशुतोष गुप्ता,जय प्रकाश, रामनाथ, श्रीनाथ कुशवाहा , मुन्ना राम, संजय रावत, दया शंकर निषाद व अमरनाथ सूर्य आदि दर्जनों गांवों के किसान और बिजली उपभोक्ता मौजूद रहे। बैठक की अध्यक्षता राकेश देव पांडेय, अमरनाथ सिंह, योगेन्द्र बहादुर सिंह (प्रधान प्रतिनिधि -पटवध), रविन्द्र कुमार (प्रधान प्रतिनिधि-अदलगंज) व प्रेमचंद गुप्ता ने संयुक्त रूप से की और संचालन सीपीआई के जिला सचिव आरके शर्मा जी ने किया ।