फ्रांस से राफेल उड़ाकर लाए यूपी के दो जांबाज बेटे, गर्व से फूले नहीं समा रहे परिजन

पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट

वाराणसी।फ्रांस से खरीदे जा रहे 36 राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप के पांच विमान आज अंबाला के वायुसेना एयरबेस पहुंच गए। देशभर के लोगों की निगाहें आज राफेल पर टिकी हुई थीं। हर देशवासी इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनकर गौरव की अनुभूति कर रहा है। राफेल के आगमन को लेकर देशभर के लोग तो उत्साहित हैं ही, लेकिन उत्तर प्रदेश का सिर गौरव से ऊंचा हो गया है। इसका कारण है राफेल को उड़ाकर भारत लाने वाले प्रदेश के दो जांबाज बेटे- विंग कमांडर मनीष सिंह और अभिषेक त्रिपाठी।

राफेल को उड़ा कर भारत लाने वाली टीम में उत्तर प्रदेश के दो विंग कमांडर मनीष सिंह और अभिषेक त्रिपाठी भी शामिल हैं।
राफेल के आने की तारीख की जानकारी होने के बाद से ही दोनों विंग कमांडर के गांवों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी थी।

विंग कमांडर मनीष सिंह के परिजन बेटे का अपनी सरजमीं पर पहुंचने के बाद खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। फौजी पिता मदन सिंह ने कहा कि देशसेवा में मेरे बाद मेरा बेटा डटा हुआ है। यह सोचकर सिर गर्व से ऊंचा हो जाता है। मां उर्मिला देवी ने कहा कि निश्चित रूप से बेटे की उपलब्धि न सिर्फ मेरे लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है।

फ्रांस से लड़ाकू विमान राफेल को लाने की तिथि तय होने पर मनीष को छह माह के प्रशिक्षण के लिए केंद्र सरकार ने फ्रांस भेजा था। इनके साथ अन्य विंग कमांडर भी थे। पूर्वांचल के बागी जिले बलिया के निवासी मनीष साल 2002 में इंडियन एयरफोर्स में पायलट बनने के बाद पहले अंबाला व जामनगर के बाद 2017-2018 में गोरखपुर में थी। इसी दौरान साल 2014 में लखनऊ की निवासी कंप्यूटर इंजीनियर वृत्तिका सिंह से विवाह हो गया। दोनों के एक पुत्र काविन सिंह (7) भी हैं।

वहीं पांच राफेल विमान में से एक को हरदोई के विंग कमांडर अभिषेक त्रिपाठी लेकर आए। अभिषेक हरदोई जनपद के संडीला कस्बे के मोहल्ला बरौनी के निवासी हैं। पिता अनिल त्रिपाठी जयपुर में रहते हैं।

जब पांच राफेल विमान की डिलीवरी फ्रांस की ओर से भारत को किए जाने की तैयारी की गई तो पांच विंग कमांडर राफेल लेने के लिए भेजे गए थे। उनमें अभिषेक त्रिपाठी भी शामिल थे। अभिषेक के परिजन भी राफेल के आने की खुशी में और अभिषेक को देखकर बेहद उत्साहित हैं।

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