पुरषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी। सावन के चौथे सोमवार को भक्तों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए काशी विश्वनाथ का दर्शन किया और शुख-समृद्धि के साथ कोरोना मुक्ति की कामना की। सावन के चारों सोमवार को होने वाले विशेष श्रृंगार में बाबा का चौथे सोमवार को रुद्राक्ष श्रृंगार हुआ। संध्या भोग आरती से पूर्व काशी विश्वनाथ व माता पार्वती के चल प्रतिमाओं का रुद्राक्ष के दाने से भव्य श्रृंगार किया गया। पूरे गर्भगृह को भी रुद्राक्ष से सजाया गया। इस रुद्राक्ष को प्रसाद स्वरूप भक्तों में वितरित किया जाएगा।
हालांकि कोरोना संक्रमण के चलते हुए लॉकडाउन के कारण संध्या में भक्तों की भीड़ कम हो गई। मन्दिर से जुड़े लोगों के अलावा कुछ नित्य दर्शन करने वाले भक्त ही दरबार मे उपस्थित रहे। दूर-दराज प्रदेश में बैठे बाबा के भक्तों ने ऑनलाइन लाइव के माध्यम से बाबा दर्शन किया और कामना की। बाबा इस नयन विराम दृश्य का दर्शन न कर पाने से भक्तों में निराशा जरूर दिखीं। कपाट बंद होने तक पाँच हजार के करीब भक्तों ने दर्शन किया।