पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
*इसमें मेडिकल टीम द्वारा किसी भी स्तर पर विलंब अथवा लापरवाही नहीं होनी चाहिए-दीपक अग्रवाल*
वाराणसी।कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया है कि मिल रहे पॉजिटिव कोरोना संक्रमित मरीजों को इलाज हेतु होम आइसोलेशन अथवा कोविड अस्पताल में भर्ती किए जाने के संबंध में तात्कालिक निर्णय लिया जाए। इसमें मेडिकल टीम द्वारा किसी भी स्तर पर विलंब अथवा लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि पॉजिटिव कोरोना संक्रमित मरीज चिन्हित होने के अगले दिन प्रत्येक दशा में होम आइसोलेशन अथवा कोविड अस्पतालों में भर्ती हो उनका इलाज शुरू हो जाना चाहिए।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल गुरुवार को अपने कार्यालय सभागार में स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने 05 से 15 जुलाई तक चलाए गए विशेष सर्वेक्षण अभियान में खांसी, बुखार अथवा सांस लेने में तकलीफ आदि लक्षणों के चिन्हित किए गए लोगों का एंटीजन टेस्ट तत्काल कराए जाने का निर्देश देते देते हुए कहा कि जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर संबंधित मरीज को तत्काल होम आइसोलेशन अथवा कोविड अस्पताल में शिफ्ट कराया जाए। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने एंटीजन टेस्ट समूहों में लोगों का कराए जाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सिंपलिग के लिए जिन लैब टेक्नीशियन को लगाया गया है, वे प्रतिदिन प्रातः 9:00 बजे तक प्रत्येक दशा में फील्ड में पहुंचकर अपना कार्य शुरू कर दें। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।